मालगाड़ियों की रफ्तार 45 से 60 किमी प्रति घंटे पहुंचाई:रेलवे ने 60 किमी प्रति घंटे की स्पीड से सामान पहुंचाया
भोपाल रेल मंडल सहित पश्चिम-मध्य रेल जोन ने यात्री ट्रेनों के साथ ही लोगाें का सामान स्पीड से पहुंचाने के मामले में रिकार्ड कायम कर दिया है। यात्री ट्रेनें जहां 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से लगातार चलाई जा रही हैं। वहीं, सामान पहुंचाने के लिए मालगाड़ियों की रफ्तार 45 से बढ़ाकर 60 किमी प्रति घंटे पर पहुंच गई है। पश्चिम-मध्य रेल जोन के प्रवक्ता राहुल जयपुरियार का कहना है कि ट्रैक मेंटेनेंस से लेकर कई तरह के सुधार कर रफ्तार को लगातार बढ़ाया जा रहा है। अब मालगाड़ियों की रफ्तार 75 किमी प्रति घंटे तक करना लक्ष्य रखा गया है।
भारतीय रेल ने यात्री ट्रेनों के साथ ही मालगाड़ियों की गति को बढ़ाने के लिए नित नई तकनीक का उपयोग कर बढ़ोतरी की है। भोपाल मंडल सहित पश्चिम-मध्य रेल जोन में भी मालगाड़ियों की स्पीड को 60 किमी प्रति घंटे से पार करने के लिए संचालन की विभिन्न व्यवस्थाएं कर लक्ष्य को हासिल किया है। पिछले पांच महीने से पमरे लगातार भारतीय रेल में पहले स्थान पर बना हुआ है।
लंबे ब्लॉक सेक्शनों पर दोहरीकरण और तिहरीकरण तथा स्पीड के प्रतिबंध हटाकर लक्ष्य हासिल किया है। भोपाल मंडल में भी इंटरमीडिएट ब्लॉक सिग्नल स्थापित कर स्पीड को बढ़ाया गया है। मुख्य रेल खण्डों पर आईबीएस स्थापित किये जो इस प्रकार है। यह सभी ब्लॉक सेक्शन काफी लंबे थे, जिससे दो हिस्सों में बांट कर सेक्शन की क्षमता में बढ़ोत्तरी हुई है।
यार्ड रिमॉडलिंग
विभिन्न स्थानों पर स्थित यार्ड रिमॉडलिंग के कार्य को पूरा किया गया। मुख्य रूप से लूप लाइन की लम्बाई बढ़ाई गई और साथ ही साथ 2 क्रॉस ओवर डालकर यार्ड की शंटिंग एवं रनिंग फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाई गई। इससे गाड़ियों आवागमन में देरी को कम से कम किया गया है।
कटिंग एवं ब्रिजों पर स्पीड प्रतिबंध हटाना
पमरे में पुराने ब्रिजों के गर्डर को बदलना एवं सुधार कार्य कर उच्च गुणवत्ता के साथ रखरखाव किया गया। ब्रिजों पर स्पीड के प्रतिबंध को भी हटाया गया। इस कारण यात्री ट्रेनों के साथ ही मालगाड़ियों की स्पीड बढ़ गई है।