टैक्स के खिलाफ बंद रही 250 टूरिस्ट बसें, 70 लाख के नुकसान का दावा

कोरोना टाइम में बस संचालन नहीं होने के बावजूद टैक्स वसूली का विरोध कर रहे टूरिस्ट बस ऑपरेटर बुधवार को हड़ताल पर रहे। उदयपुर में 250 बसों के चक्के थमे रहे। इनमें टूरिस्ट और प्राइवेट के अलावा लाेक परिवहन की बसाें भी थीं। बसें बंद रहने से करीब 70 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। हालांकि राेडवेज बसाें में यात्री भार 10 प्रतिशत बढ़ गया था। ऑपरेटर्स का कहना है कि सरकार ने टैक्स माफी की मांग पूरी नहीं की ताे आंदोलन बढ़ाएंगे।
मेवाड़ वागड़ बस एसाेसिएशन के अध्यक्ष अमित यादव ने बताया कि काेराेना काल में टूरिस्ट बसाें का संचालन बंद रहा है। सरकार ने सिर्फ दाे महीने काे टैक्स माफ किया है, जबकि डीजल महंगा हाेने से दूसरे खर्च बढ़ गए हैं। पर्यटक भी अभी कम पहुंच रहे हैं। इससे बसाें के मेंटीनेंस, ड्राइवरों की सैलरी का खर्च निकालना भी मुश्किल हाे रहा है। एमपी, गुजरात, कर्नाटक आदि राज्याें में सरकार ने एक साल का टैक्स माफ कर दिया है, लेकिन राजस्थान में राहत नहीं मिल रही है। सरकार यहां भी एक साल का टैक्स माफ करे।
राेडवेज बसाें में 10% तक यात्री भार बढ़ा
टूरिस्ट बस औैर लाेक परिवहन की बसाें का संचालन ठप हाेने से राेडवेज में यात्री भार बढ़ा है। गुरूवार काे निगम की बसाें में आम दिनों के मुकाबले 10 प्रतिशत यात्री बढ़ गए। अभी सामान्य दिनाें में राेडवेज में 78 प्रतिशत यात्री भार है।