महाराष्ट्र में भारी बारिश, 136 की मौत, 84000 को रेस्क्यू किया, इन 6 जिलों में खतरा बरकरार
मुंबई । महाराष्ट्र में पिछले दो दिनों से भारी बारिश ने तबाही मचाई हुई है। बरसात से बने हालात और भूस्खलन के कारण मरने वालों की संख्या 136 हो गई है। रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, पुणे, सतारा और कोल्हापुर जिलों में आज भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया। इधर शुक्रवार को पुणे मंडल में बचाव दल ने 84,452 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। उनमें 40 हजार से ज्यादा कोल्हापुर जिले से हैं। अधिकारियों ने कहा कि कोल्हापुर शहर के पास पंचगंगा नदी 2019 में आई बाढ़ के स्तर से ऊपर बह रही है। पुणे और कोल्हापुर के साथ मंडल में सांगली और सतारा जिले आते हैं। वर्षा और भूस्खलन से सतारा काफी प्रभावित हुआ है।
प्रदेश आपदा प्रबंधन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 38 लोगों की मृत्यु रायगढ़ जिले में भूस्खलन से हुई है। इस बीच मौसम विभाग ने शुक्रवार शाम सतारा जिले के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। वह अगले 24 घंटे में जिले के पर्वतीय घाट इलाके में भारी बरसात होने की संभावना जताई है। शहर में भूस्खलन के बाद करीब 30 लोग गुमशुदा हैं।
मौसम विभाग ने दी चेतावनी
प्रदेश में बारिश से राहत मिलने की उम्मीद फिलहाल नहीं है। मौसम विभाग ने 6 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। आईएमडी ने अगले 24 घंटों के लिए रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, पुणे, सतारा और कोल्हापुर जिलों में भारी बारिश की संभावना को व्यक्त किया है। आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी ने कहा कि सबसे ज्यादा मौते रायगढ़ और सतारा जिलों में हुई है। उन्होंने कहा कि भूस्खलन के अलावा कई लोग बाढ़ में बह गए। रायगढ़ जिले में गुरुवार शाम महाड़ तहसील के तलाई गांव के पास भूस्खलन हुआ है।
आठ मकान हुए जमींदोज
सतारा ग्रामीण के अंबेघर और मीरगांव गावों में गुरुवार रात भूस्खलन के चलते आठ मकान जमींदोज हो गए। स्थानीय अधिकारियों ने किसी की मौत की पुष्टि नहीं की है। अधिकारियों ने रत्नागिरी जिले में भूस्खलन होने के बाद मलबे में दस लोगों के फंसे होने की बात कही है। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ टीमें, स्थानीय आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ, पुलिस और जिला प्रशासन द्वारा राहत व बचाव कार्य जारी है। बाढ़ से 54 गांव प्रभावित हुए हैं।
मुआवजा देने का ऐलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को रायगढ़ जिले में भूस्खलन में लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया। वह मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपए अनुग्रह राशि की घोषणा की। वहीं महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में भूस्खलन में मारे गए लोगों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए मुआवजा देना का ऐलान किया।