मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर राजनीति गहमागहमी:बाड़मेर से दो मंत्री बनना तय, हेमाराम चौधरी और मेवाराम जैन बन सकते है मंत्री, मंत्री हरीश चौधरी को मिल सकती है संगठन की जिम्मेदारी
राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं जोर शोर से चल रही हैं। इस बीच यह भी चर्चा है कि कई मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है तो कई विधायकों को उनके काम के आधार पर मंत्री बनाया जा सकता है। कांग्रेस के गढ़ माने जाने वाले बाड़मेर से लगातार तीन बार विधायक का चुनाव जीतने वाले बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।
प्रमोद जैन भाया के मंत्रिमंडल से हटाने के कयास लगाये जा रहे हैं तब से विधायक मेवाराम जैन का दावा मजबूत होता दिख रहा है। वजह जातिगत समीकरण व काम की परफॉर्मेंस दोनों में मेवाराम जैन फिट बैठे दिख रहे हैं। विधायक मेवाराम जैन बीते कुछ दिनों से जयपुर के चक्कर भी लगा रहे हैं और अभी जयपुर में ही हैं।
अशोक गहलोत की पिछली सरकार में बाड़मेर जिले से दो मंत्री थे। एक मंत्री कैबिनेट और दूसरा राज्य मंत्री थे। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि बाड़मेर मे दो मंत्री बनना लगभग तय है। इन मंत्रियों में जातिगत और क्षेत्र में कोविड के समय की परफॉर्मेंस को आधार बना सकते हैं। बीते दिनों बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, पचपदरा विधायक मदन प्रजापत और शिव से वरिष्ठ विधायक अमीन खान का दिल्ली दौरा चर्चा में रहा था। हालांकि, इन दौरे को तीनों विधायकों ने औपचारिक मुलाकात बताया था।
विधायक मेवाराम जैन लगातार तीसरे बने विधायक
विधायक मेवाराम जैन सरपंच से लेकर विधायक तक का चुनाव लड़ चुके हैं और हमेशा जीत हासिल की है। 2013 विधानसभा चुनाव में मारवाड़ में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया था। तब उस मोदी लहर में भी कांग्रेस विधायक मेवाराम जैन ने जीत हासिल की थी। 2018 विधानसभा चुनाव में मारवाड़ के कद्दावर जाट नेता कर्नल सोनाराम चौधरी को भारी मतों से हराया था।
अमीन खान कर चुके पैरवी!
अमीन खान और मेवाराम जैन दोनों अच्छे दोस्त माने जाते हैं हाल ही में अमीन खान ने साफ कर दिया था कि वह आलाकमान को साफ बोल कर आए हैं कि उन्हें मंत्री नहीं बनना है। सूत्र बताते हैं कि उन्होंने अपनी राय रखते हुए कहा कि मेवाराम जैन को मंत्री बनाने की सिफारिश की है।
गहलोत के सबसे करीबी
विधायक मेवाराम जैन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सबसे करीबी और भरोसेमंद माने जाते हैं। इसका नतीजा है कि जिले के विधायक और मंत्री कई बार बोल चुके हैं विधायक मेवाराम जैन मंत्री से भी ज्यादा पॉवरफुल हैं। जिले में बाड़मेर विधानसभा में विकास करवाने में मेवाराम जैन सबसे आगे माने जाते हैं। कोरोना की दूसरी लहर में विधायक मेवाराम जैन सक्रिय थे।
जब ऑक्सीजन और दवाइयों की कमी आने लगी तो विधायक जैन जयपुर जाकर ऑक्सीजन, इंजेक्शन और दवाइयां को स्वीकृत करवाया और बाड़मेर में भर्ती मरीजों को कोई कमी नहीं आने दी। विधायक मेवाराम जैन अशोक गहलोत के करीबी होने के कारण ही बाड़मेर प्रशासन से लेकर सरकार तक अच्छी पकड़ रखते हैं।
बीते दिनों विधायक मेवाराम जैन ने मीडिया को दिए इंटरव्यू में एक सवाल के जवाब में यह संकेत भी दिया था कि मंत्रिमंडल विस्तार में बाड़मेर को और प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए। बाड़मेर जिले में सात विधानसभा सीटों में 6 सीटों पर कांग्रेस के विधायक हैं। मंत्रिमंडल में जिले से एक मंत्री राजस्व मंत्री हरीश चोधरी हैं।
गौरतलब है कि पिछली गहलोत सरकार में बाड़मेर जिले से हेमाराम चौधरी कैबिनेट मंत्री वहीं दूसरी तरफ अमीन खान को राज्यमंत्री का दर्जा था लेकिन इस सरकार में बाड़मेर जिले से महज बायतु से विधायक हरीश चौधरी कैबिनेट मंत्री है ऐसे में इस बार मंत्रिमंडल विस्तार में ऐसा माना जा रहा है कि बाड़मेर से एक और राज्यमंत्री हो सकता है।