भोपाल के अंतिम छोर तक दौड़ेंगी सिटी बसें:बीसीएलएल ने 50 नई बसें खरीदी, 10 नए रूटों पर चलाई जाएगी, ताकि लोगों को आने-जाने में हो आसानी
भोपाल में अब सिटी बसें अंतिम छोर में भी दौड़ेगी। भोपाल सिटी लिंक लिमिटेड (बीसीएलएल) ने 50 नई बसें खरीदी है, जो 10 नए रूटों पर चलाई जाएगी। फिलहाल नए रूटों पर मंथन किया जा रहा है। रूट फाइनल होते बसें राजधानी की सड़कों पर उतार दी जाएगी। इससे उन यात्रियों को सहुलियत होगी, जो बसों के आभाव में ऑटो या टैक्सी के जरिए सफर करके अधिक किराया चुकाते हैं।
राजधानी में करीब 27 रूट पर 250 सिटी बसें चलाई जाती है। चूंकि अप्रैल और मई में कोरोना कर्फ्यू लागू था। इसलिए 2 महीने तक सिटी बसों का संचालन बंद रहा था। 2 जून से बसें विभिन्न रूटों पर दौड़ाई जाने लगी। अभी तक 12 रूट पर 105 बसें चलाई जा चुकी है।
कुल 300 नई बसें आएंगी
बीसीएलएल आगामी दिनों में कुल 300 नई बसें सड़कों पर उतारेगा। पहले चरण में 50 बसें आ चुकी है। जिनकी रजिस्ट्रेशन प्रोसेस के साथ उन्हें किस रूट पर चलाना है यह तय किया जा रहा है। इनमें कम से कम 10 ऐसे रूट रहेंगे, जहां पर वर्तमान में सिटी बस नहीं चलती है। होशंगाबाद रोड, कोलार, रायसेन रोड व करोंद क्षेत्र में नए रूट तलाशे जा रहे हैं, क्योंकि यहां की कॉलोनियों में सड़कें चौड़ी है और बसें आसानी से आ-जा सकती है। इससे बसों में सफर करने वालों का दो तरह से फायदा होगा। पहला उन्हें घर के नजदीक से ही बस मिल सकेगी और दूसरा ऑटो व टैक्सी में मनमाना किराया नहीं देना पड़ेगा।
बता दें कि बैरागढ़ से एमपी नगर के बीच सिटी बस का किराया अधिकतम 25 रुपये है, लेकिन यही दूरी यदि ऑटो या टैक्सी के जरिए तय की जाए तो 300 रुपये तक किराया लिया जाता है। जिन रूटों पर बीसीएलएल बसें चलाने पर विचार कर रहा है, वहां भी ऐसी ही स्थिति है। लिहाजा, बसें चलने से लोगों को मनमाने किराए से बड़ी राहत मिल जाएगी।
इसलिए नई बसें खरीदी जा रही
दरअसल, बीसीएलएल के पास 225 बसें हैं, लेकिन इनमें से 108 बसें कंडम घोषित हो चुकी है। शेष बसों को चलाया जा रहा है। चूंकि, कई रूटों पर बसें दौड़ाई जाना है। इसलिए बीसीएलएल 300 नई बसें खरीद रहा है।
नए रूट तय किए जा रहे
50 नई बसें खरीदी गई है, जो नए रूटों पर चलाई जाएगी। रूट फाइनल किए जा रहे हैं।
– संजय सोनी, पीआरओ बीसीएलएल