ट्रैफिक सुधार को लेकर बड़ा कदम:रेडिसन, भंवरकुआ, विजय नगर, आईटी पार्क सहित 11 ब्रिजों का सर्वे, मुंबई की कंपनी को सौंपी जिम्मेदारी
शहर में बनने वाले 11 ब्रिजों के मामले में गति मिलने लगी है। दो दिन पहले आईडीए की बोर्ड बैठक में इसके सहित अन्य महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स शुरू करने को लेकर कमिश्नर डॉ. पवन कुमार शर्मा की अध्यक्षता में एक बैठक हुई थी। इसमें इन 11 ब्रिजों के टेंडर प्रक्रिया शुरू करने की लिए सहमति बनी थी। मामले में अब इन 11 ब्रिजों वाले स्थानों के सर्वे को लेकर आईडीए ने मुंबई की एक कंपनी को ठेका दिया है। इसके तहत कंपनी छह माह में इन सभी ब्रिजों की सर्वे रिपोर्ट देगी। इसके बाद इन ब्रिजों के निर्माण में आने वाली बाधाओं को दूर किया जाएगा।
जिन 11 चौराहों पर ब्रिज बनना है उनमें रेडिसन, भंवरकुआ, विजय नगर, आईटी पार्क, मूसाखेड़ी, खजराना, एमआर-9, गांधी प्रतिमा आदि हैं जहां जल्द फिजिबिलिटी सर्वे शुरू होगा। लवकुश, महू नाका व देपालपुर आदि शहर के सीमावर्ती चौराहे हैं जिनके लिए बाद में होगा लेकिन ये सभी 11 ब्रिजों में शामिल हैं। आईडीए ने जिस कंपनी को फिजिबिलिटी सर्वे का जिम्मा सौंपा है वह मुंबई की जेम प्रा. लि. कंपनी है जो देश के अन्य बड़े शहरों में ब्रिजों सहित अन्य प्रोजेक्ट्स को लेकर सर्वे कर चुकी है। आईडीए ने इसे 55.60 लाख रु में सर्वे का ठेका दिया है। कंपनी जल्द ही सर्वे का कार्य शुरू कर रही है। इसके बाद इन 11 ब्रिजों के निर्माण की स्थिति सर्वे रिपोर्ट तय करेगी। हाल ही में आईडीए ने पीपल्हाना ब्रिज को पूरा किया है जिससे ट्रैफिक अब व्यवस्थित हो गया है। 11 ब्रिजों के बनने के बाद शहर के ट्रैफिक में काफी सुधार होगा।
पहले भी 10 लाख रु. में दिया था ठेका
इसके पूर्व आईडीए ने बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष शंकर लालवानी के कार्यकाल में एयरपोर्ट से पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र को जोड़ने वाली सड़क बनाने की घोषणा की थी। इस 19 किमी सड़क के लिए बड़े स्तर पर सर्वे भी करा लिया गया था। इसके लिए तब एक कंपनी को 10 लाख रु. ठेका दिया गया था। खास बात यह है, सर्वे रिपोर्ट के बाद आईडीए के दायरे में आई ढाई किमी सड़क लगभग बनकर तैयार हो गई है। जल्द ही, इसका उद्घाटन किया जा सकता है, जबकि आगे का हिस्सा एकेवीएन के क्षेत्र में है।