ग्वालियर, जयारोग्य अस्पताल की लिफ्ट में गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात को वृद्धा अपने नाति के साथ फंस गई। चार घंटे की मशक्कत के बाद दोंनो को लिफ्ट से बाहर निकाला गया। लिफ्ट दो साल पहले ही लगाई गई थी, पर अचानक से बीच में बंद होने से परेशानी खड़ी हो गई। हालांकि जेएएच प्रबंधन का कहना है कि बिजली की समस्या के चलते लिफ्ट बंद हो गई थी।

गुरुवार की शाम करीब चार से पांच बजे के बीच में लिफ्ट बंद हो गई थी, लेकिन वह कुछ समय बाद फिर से चालू हो गई। इस कारण से उस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। रात करीब दस बजे पत्थर वाली बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर स्थित ऑर्थो वार्ड में भर्ती 60 वर्षीय महिला अपने नाती के साथ माधव डिस्पेंसरी में एक्सरे कराने के लिए गई थी। वह जब साढ़े दस बजे वापस आई तो तीसरी मंजिल पर जाने के लिए वृद्धा अपने नाती के साथ सवार हो गई। लिफ्ट तीसरी मंजिल तक पहुंचती उससे पहले बंद पड़ गई। लिफ्ट बंद होने पर कुछ देर तक तो दोंनो ने लिफ्ट चलने का इंतजार किया, जब नहीं चली तो चीख पुकार मच गई। इसकी सूचना जयारोग्य अस्पताल के प्रबंधक डा अनिल मेवाफरोस को दी गई। जब काफी समय तक इंजीनियर और प्रबंधक दोंनो ही नहीं पहुंचे तो लोगों ने कंपू थाना पुलिस को सूचना दे दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। खबर जेएएच अधीक्षक तक पहुंची तो उन्होंने इंजीनियर से लेकर संबंधित को तत्काल लिफ्ट सुधारने के निर्देश दिए, लेकिन रात अधिक होने से संबंधित ने इस पर कोई एक्शन नहीं लिया। तब वर्कशॉप प्रभारी अतर सिंह और उनके साथ में कुछ अन्य कर्मचारियों ने अपने स्तर पर किसी तरह से लिफ्ट को रात ढाई बजे ऊपर तक लेकर पहुंचे तब वृद्धा व उसके नाती काे लिफ्ट से निकाल सके।