तेज बारिश का इंतजार:53 दिन का हुआ मानसून… एक भी दिन भारी बारिश नहीं, नतीजा- शहर के पांचों डैम खाली
भोपाल में इस बार मानसून तय समय से एक हफ्ते पहले यानी 10 जून को ही आ गया था। मानसून की आमद को 53 दिन बीत चुके हैं लेकिन एक भी दिन भारी बारिश नहीं हुई है। यही कारण है कि शहर के आसपास के पांचों बड़े डैम अपने फुल टैंक लेवल से अब भी काफी नीचे हैं। अब तक भोपाल में 21.51 इंच बारिश हो चुकी है, यह अब तक की सामान्य बारिश से 0.69 इंच ज्यादा भी है।
इसके बावजूद अभी पांचों बड़े डैम कलियासोत, केरवा, कोलार, हलाली और भदभदा पूरे नहीं भर सके हैं। विशेषज्ञ कहते हैं जब तक इन डैम के कैचमेंट एरिया में लगातार दो-तीन दिन भारी बारिश नहीं होगी, तब तक इनके पूरे भरने के आसार कम हैं। शहर में इस सीजन में अब तक एक भी दिन भारी बारिश नहीं हुई।
पिछले साल के मुकाबले सभी डैम में इस बार कम है वाटर लेवल
12 घंटे में आधा इंच ही बारिश
मौसम विशेषज्ञ एके शुक्ला के मुताबिक तय मापदंडों के मुताबिक 24 घंटे में 6.5 सेंटीमीटर यानी ढाई इंच से ज्यादा बारिश को भारी बारिश माना जाता है। पिछले 11 दिन से शहर में रिमझिम बारिश हो रही है। हालत यह है कि 12 घंटे में आधा इंच और 24 घंटे में करीब 1 या 2 इंच पानी बरस रहा है।
क्यों नहीं हो रही तेज बरसात
मौसम विशेषज्ञ एसके नायक के मुताबिक पिछले 11 दिन में बंगाल की खाड़ी में जो दो सिस्टम बने, उनका ज्यादा असर भोपाल तक नहीं हुआ। ट्रफ लाइन भी भोपाल के बहुत नजदीक से नहीं गुजरी। इस वजह से भोपाल में रिमझिम तो हुई लेकिन भारी बारिश नहीं हुई।
पारा 23.9 डिग्री सेल्सियस- पांच साल बाद अगस्त में दिन का सबसे कम तापमान दर्ज हुआ
इधर लगातार 11वें दिन मौसम के तेवर नहीं बदले। रविवार रात और सोमवार को दोपहर तक रिमझिम बारिश के कारण दिन में ठंडक हो गई। दिन का तापमान 23.9 डिग्री रहा। यह पिछले पांच साल में अगस्त में दिन का सबसे कम तापमान था। इससे पहले 2016 में दिन का तापमान 22.8 डिग्री सबसे कम रहा था।
अगस्त में कब सबसे कम रहा दिन का पारा
धीमी चाल- 10 घंटे में एक डिग्री भी नहीं चढ़ा पारा, सुबह साढ़े 5 बजे 230 था, दोपहर साढ़े 3 बजे 23.90 पहुंचा।