मानसून:जून में पिछड़ने के बाद जुलाई में 9 इंच बरसात, सीजन के औसत से आधी बारिश हो चुकी
झाबुआ जून में पहले मानसून देर से आया, जब आया तो बरसा नहीं। आधा जुलाई बीतने तक यही लगा कि ये साल बरसात के लिहाज से परेशान करने वाला रहेगा। लेकिन 17 जुलाई के बाद से लगातार बने रहे सिस्टम ने रिकॉर्ड सुधार दिया। बरसात भले ही अभी तक मूसलधार नहीं हुई, लेकिन जिले में औसत बारिश का आंकड़ा पिछले साल से आगे निकल गया।
जुलाई में पिछले साल से 9 इंच के लगभग ज्यादा बरसात दर्ज की गई। जून में साल 2020 के जून के मुकाबले डेढ़ इंच कम बारिश हुई थी। हालांकि झाबुआ और थांदला तहसील में पिछले साल से काफी कम बरसात हुई है। जिले की मानसूनी औसत बारिश 31 इंच है। अब तक लगभग 15 इंच बारिश हो चुकी है।
20 दिन में 6 बार बदला पूर्वानुमान, 8 बार अनुमान से कम बारिश
बारिश को लेकर मौसम विभाग के पूर्वानुमान लगातार गलत साबित हो रहे हैं। बीते 20 दिन में जो पूर्वानुमान जारी किए गए, वो 8 बार असल में हुई बारिश से काफी ज्यादा अंतर वाले रहे। आधा से ढाई इंच तक कम बरसात दर्ज की गई। जानकारों का कहना है, बार-बार हवाओं की दिशा में बदलाव होने से पूर्वानुमान सटीक साबित नहीं हो पा रहे। हालांकि बहुत ज्यादा अंतर नहीं होने से खेती और यातायात पर इसका प्रभाव नहीं पड़ा। इन 20 दिनों में 6 बार पूर्वानुमान में बदलाव भी करना पड़ा।
सोमवार को ही मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान में 65 मिमी यानी लगभग ढाई इंच बारिश का अनुमान था। लेकिन सुबह से शाम तक एक मिमी भी पानी नहीं आया। रात 12 बजे हुई थोड़ी बरसात से आंकड़ा सुबह तक 4 मिमी तक पहुंचा था। इसके बाद से पूरा दिन सूखा निकला। जबकि इसके पहले के कुछ दिनों में हर दिन थोड़ी-थोड़ी बरसात होती रही।
इन दिनों के पूर्वानुमान भी कम था। लेकिन सोमवार को काफी ज्यादा बारिश की संभावना जताई गई थी। मौसम इसके बिलकुल उलट रहा। अब मंगलवार को 17 और बुधवार को 10 मिमी बरसात का पूर्वानुमान है।