हरियाली तीज पर सौभाग्य, श्रृंगार और अच्छी सेहत के लिए शुभ है हरा रंग
हरे रंग में भक्ति है और श्रृंगार भी. सौभाग्य भी है और नवजीवन भी. इतना ही नहीं, यह आंखों और शरीर के लिए भी फायदेमंद है. जानकार बताते हैं कि हरा रंग सौभाग्य का रंग माना जाता है. यह रंग प्रकृति का है, जो इस वक्त चारो तरफ अपनी छटा बिखेर रही होती है. इतना ही नहीं, यह रंग भगवान शिव के पसंदीदा रंगों में से एक है. शिव को प्रकृति से प्रेम है, तभी उन पर जल अर्पित कर हम खुद को प्रकृति से जोड़ते हैं. शिव को दो रंग बेहद पसंद है पहला सफेद और दूसरा हरा, इसलिए सफेद फूल, हरी भांग, धतूरा चढ़ाया जाता है.
बुध ग्रह का है हरा रंग
यह रंग बुध ग्रह का भी है. बुध ग्रह रोजगार, व्यापार से जुड़ा माना जाता है. हरे रंग से बुध ग्रह शांत और प्रसन्न होते हैं. मान्यता है कि सावन में इस रंग को पहनने से सुहागिनों के घर सम्पन्नता आती है.
हरा रंग है उपचार का
हरा रंग प्रकृति का रंग होने के साथ बहुलता और सकारात्मक ऊर्जा की वृद्धि का प्रतीक भी है. इसे उपचार का रंग भी कहा जाता है. यह रंग हाई ब्लड प्रेशर की समस्या में भी सकारात्मक प्रभाव छोड़ता है. वास्तु के जानकारों के मुताबिक जिन दम्पत्तियों में अनबन रहती है, वह बेडरूम के दक्षिण पूर्व हिस्से को हरे रंग से पेंट करें तो सकारात्मक परिणाम मिलेंगे.
वैज्ञानिक तौर पर भी आंखों को देता है सुकून
हरा रंग आंखों को भी शांति देता है. वैज्ञानिक संरचना के मुताबिक हरा रंग आंखों को सुकून देता है. आंखें सिर्फ तीन रंगों को पहचानती हैं लाल, नीला और हरा. और तीनों के मिलने से जो अन्य करोड़ों रंग बनते हैं, उन्हें आंखें देख पाती हैं. इन सब रंगों की तुलना में हमारी आंखें हरा रंग ही सबसे अच्छी तरह से देख सकती है. यह रंग आंखों को चुभता भी कम है. क्या कभी इस ओर गौर किया है कि जब आंखों पर तेज चमक पड़ती है तो दिखना बंद हो जाता है और सबसे पहले हरा रंग ही दिखाई देता है. यकीनन यह रंग जिंदगी में बेहद उपयोगी है.