रतन टाटा को अगला राष्ट्रपति बनाने की मांग
दिल्ली। देश के प्रथम नागरिक राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल जुलाई 2022 में समाप्त हो रहा है। इस बीच, अगले राष्ट्रपति के नामों पर चर्चा शुरू हो गई है। इनमें रतन टाटा (Ratan Tata) का नाम भी शामिल है। इंटरनेट मीडिया पर कैम्पेन चलाकर रतन टाटा को देश का अगला राष्ट्रपति बनाए जाने की अपील की जा रही है। ट्विटर पर #RatanTata4President अभियान शुरू किया गया है। तमिल फिल्मों के सबसे बडे़ निर्माता नागा बाबू ने भी रतन टाटा को राष्ट्रपति बनाए जाने का समर्थन किया है। रतन टाटा के बारे में कहा जा रहा है कि उनकी साख बहुत अच्छी है, इसलिए वह इस पद के योग्य हैं। बरहाल, रतन टाटा की ओर से अभी इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
कौन बनेगा देश का अगला राष्ट्रपति
देश के अगले राष्ट्रपति को लेकर विपक्षी दलों ने भी तैयारी शुरू कर दी है। वैसे संविधान में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि कोई शख्स लगातार दो टर्म के लिए इस पद पर नहीं रह सकता, लेकिन हर पांच साल बाद नया राष्ट्रपति चुने जाने की परंपरा बन गई है। बता दें, देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ही लगातार दो बार इस पद पर चुने गए थे। उनके बाद किसी और को यह सौभाग्य प्राप्त नहीं हुआ। एक बात और है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 75 वर्ष से अधिक आयु के नेता को पद दिए जाने के पक्ष में नहीं हैं। ऐसे में रामनाथ कोविंद का दोबारा चुना जाना मुश्किल लग रहा है। महामहिम कोविंद 1 अक्टूबर को 76 वर्ष के हो जाएगे।
यूपी चुनाव निभाएंगे अहम भूमिका
देश का अगला राष्ट्रपति कौन होगा, इसका फैसला करने में उत्तर प्रदेश अहम भूमिका निभा सकता है। मौजूदा स्थिति में एनडीए आगे है, लेकिन यूपीए भी बहुत पीछे नहीं है। चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, सांसदों और विधायकों का मौजूदा वोट प्रतिशत देखें तो एनडीए 49.9% पर है। यूपीए के पास 25.3% वोट है तो अन्य के पास 24.8% वोट हैं। अभी इलेक्टोरल कॉलेज के हिसाब से यूपी में सबसे बड़ा हिस्सा भाजपा के पास है। सबसे बड़ा प्रदेश होने के कारण यूपी के विधायकों का कुल वोट प्रतिशत देश में सबसे ज्यादा 15.26 फीसदी है।