अगले 5 दिन बारिश के आसार नहीं:अब तक जिले में सामान्य से 12 फीसदी कम बारिश
छतरपुर मानसून ने अचानक करबट ले ली है। पिछले एक पखवाड़ा रुक रुक कर रिमझिम बारिश होने के बाद चार दिनों से बारिश थम गई है। पिछले 4 दिनों से जिले में बारिश नहीं होने से गर्मी और उमस लगातार बढ़ रही है। तीखी धूप निकलने और उमस के कारण जनजीवन हलाकान है। इस वर्ष 1 जून से 13 अगस्त तक 533.5 मिमी यानि 21 इंच बारिश हुई है। जो सामान्य बारिश 564.9 मिमी की तुलना में 12 प्रतिशत कम है। मौसम विभाग के अनुसार अभी 5 दिनों तक जिले में अच्छी बारिश की कोई उम्मीद नहीं है।
धसान नदी पर स्थित बान सुजारा, देवरी (पहाड़ी) और लहचूरा बांध भर चुके हैं। बान सुजारा बांध की भराव क्षमता 276.2 एमसीएम है। भराव क्षमता के समीप लक्ष्य से ज्यादा पानी आ जाने से इसके 3 गेट खोले गए थे, लेकिन अब सभी गेट बंद कर दिए गए हैं। जलसंसाधन ईई रघुवीर सिंह ने बताया कि अमूमन सितंबर में बांध पूरी तरह भरने का लक्ष्य रहता है। देवरी बांध की क्षमता 195.93 है। लक्ष्य से अधिक भर जाने पर इसके 5 गेट खोले गए थे जो अब बंद हैं। धसान नदी के ही 182 एमसीएम क्षमता के लहचूरा बांध के 5 गेट खोले थे, जो अब बंद कर दिए हैं।
बानसुजारा बांध के 3 गेट खोले थे वे बंद कर दिए
जिले के 9 बांधों में से केवल धसान नदी पर स्थित बान सुजारा, देवरी और लहचूरा बांध ही अब तक लक्ष्य से अधिक भरे हैं। बानसुजारा के 3 गेट खोले गए थे, लेकिन आज की स्थिति में अब इसके गेट बंद कर दिए गए हैं। जबकि हरपालपुर क्षेत्र के देवरी बांध के 5 और लहचूरा बांध के 5 गेट खुले हैं। जबकि उर्मिल बांध, सिंहपुर बैराज, कुटने बांध, रनगुआं बांध, बैनीसागर बांध अभी भी खाली हैं।
इन बांधों में अभी भी 10 से 15 प्रतिशत पानी ही आ पाया है। दिन के तापमान में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 34.8 डिग्री और न्यूनतम तापमान 25.0 डिग्री रहा। जबकि गुरुवार को अधिकतम तापमान 34.0 और न्यूनतम तापमान 24.5 डिग्री था।
मौसम विभाग के अनुसार गुजरात, राजस्थान चला गया मानसून
मौसम विभाग कार्यालय खजुराहो के राजेंद्र सिंह परिहार ने बताया कि जिले में जो सिस्टम बना था वह गुजरात और राजस्थान की ओर मूव कर गया है। यही कारण है कि बारिश थम गई है। इसके पहले यह बिहार की ओर मूव कर गया था। उन्होने बताया कि अभी 5 दिनों तक अच्छी बारिश होने की कोई उम्मीद नहीं है।
बड़ामलहरा में सबसे अधिक और बिजावर में सबसे कम हुई बारिश
भू अभिलेख अधीक्षक आदित्य सौनकिया ने बताया कि 1 जून से 13 अगस्त तक जिले में 533.5 मिमी यानि 21 इंच बारिश हुई। छतरपुर ब्लॉक में 500.3 मिमी, लवकुशनगर में 418 मिमी, बिजावर में 403.3 मिमी, नौगांव में 607 मिमी, राजनगर में 455.9 मिमी, गौरिहार में 639 मिमी, बड़ामलहरा में 746.8 मिमी और बकस्वाहा में 497.8 मिमी बारिश हुई है।
पिछले वर्ष भी खाली थे उर्मिल, कुटने और बैनीसागर बांध
गढ़ीमलहरा क्षेत्र में उर्मिल नदी पर बने उर्मिल बांध की है। इस बांध की कुल भराव क्षमता करीब 300 एमसीएम है। लेकिन पिछले वर्ष अल्पवर्षा के कारण यह बांध केवल 10 प्रतिशत ही भर पाया था। बांध का सुपरवीजन कर रहे एसके सिरोठिया ने बताया कि इस बार अभी तक बांध में 10 प्रतिशत यानि केवल 13.419 एमसीएम पानी ही आया है। खजुराहो के बैनीसागर बांध की क्षमता 26 एमसीएम है, जबकि अभी तक इसमें केवल 7 एमसीएम पानी आया है। पिछले वर्ष इस बांध में कुल 30 प्रतिशत पानी ही आया था।
कुटने बांध के एसडीओ एसके सिंह के मुताबिक बांध की क्षमता 131 एमसीएम है जबकि इसके अभी केवल 40 एमसीएम पानी आया है। पिछले वर्ष बांध में करीब 15 फीसदी ही पानी आ पाया था, यही कारण है कि वर्तमान में बांध सूखा है। रनगुआं की क्षमता 155 के विरुद्ध केवल 15.57 एमसीएम पानी आया है। छतरपुर के पन्ना रोड पर स्थित बूढ़ा बांध भी अभी तक खाली है।
शहर के साथ लवकुशनगर के तालाब भी नहीं भर पाए
एक पखवाड़ा तक रुक रुक कर बारिश होने के बावजूद छतरपुर शहर का प्रताप सागर, किशोर सागर, संकट मोचन, ग्वालमगरा तालाब अभी भी खाली हैं। यहीं हाल लवकुशनगर, खजुराहो, बिजावर, बकस्वाहा, चंदला क्षेत्र के तालाबों का है।