जयपुर, जोधपुर, कोटा, उदयपुर, श्रीगंगानगर में 33 से 40 डिग्री तक पहुंचा तापमान, हफ्ते के अंत में फिर शुरू हो सकता है बारिश का दौर
राजस्थान में मानसून के कमजोर पड़ने के साथ ही गर्मी असर दिखाने लगी है। शुक्रवार को जयपुर, जोधपुर, कोटा, उदयपुर समेत कई शहरों में दिन का अधिकतम तापमान 33 से लेकर 40 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है। श्री गंगानगर में पारा 40 डिग्री तक पहुंच गया। दूसरी ओर, सुबह धूप निकलने और हवा चलने से वातावरण ऐसा हो गया है, मानो सावन का महीना खत्म होकर श्राद्ध पक्ष शुरू हो गया हो। हालांकि वातावरण में नमी कम होने से उमस से भी लोगों को राहत मिली है। मौसम विभाग की मानें तो अगले एक सप्ताह बाद प्रदेश में एक बार फिर मानसून एक्टिव होगा। पूर्वी राजस्थान के हिस्सों में बारिश की गतिविधियां शुरू होंगी।
एक-दो डिग्री और बढ़ेगा तापमान
जयपुर मौसम विभाग के हिमांशु शर्मा के मुताबिक, मानसून सिस्टम का पैटर्न बदलने के कारण अभी राजस्थान में बारिश की गतिविधियां थम गई हैं। मानसून ट्रफ लाइन अपनी सामान्य अवस्था से उत्तर दिशा में शिफ्ट हो गई, जिससे राज्य के अधिकांश हिस्सों में पश्चिमी हवाएं प्रभावित करने लगी हैं। इसके असर से राज्य में अगले एक-दो दिन में कुछ स्थानों पर तापमान में एक से दो डिग्री बढ़ोतरी हो सकता है। हालांकि सप्ताह के अंत तक मौसम में फिर से बदलाव देखने को मिल सकता है। बारिश का दौर फिर शुरू होने की उम्मीद है।
श्रीगंगानगर में तापमान 40 डिग्री तक
मौसम विभाग से मिली रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में हवा चलने के कारण तापमान स्थिर हो गया। जयपुर, जोधपुर, कोटा, उदयपुर समेत कई शहरों में दिन का अधिकतम तापमान 33 से लेकर 40 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है। सबसे ज्यादा गर्मी गंगानगर जिले में हैं, जहां दिन का अधिकतम तापमान 40.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उदयपुर में अधिकतम तापमान 31.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। रात के न्यूनतम तापमान में भी कमी दर्ज हुई। भीलवाड़ा में गुरुवार की रात सबसे ठण्डी रही, जहां न्यूनतम तापमान 22.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा 25.6 डिग्री तापमान रहा। बाड़मेर, जैसलमेर में भी तापमान 38 के करीक पहुंच गया है।
एक बार फिर बारिश का दौर
मौसम वैज्ञानियों की ओर से यह दावा किया जा रहा है कि अगले सप्ताह तक एक बार फिर से पूर्वी राजस्थान में बारिश का दौर शुरू हो सकता है। यहां कुछ जिलों में बारिश की संभावना जताई जा रही है। कुछ दिन पहले पूर्वी राजस्थान में ही बाढ़ के हालात हो गए थे। पश्चिमी राजस्थान में अब भी सूखे के हालात हैं।