‘मुन्ना भाई’ की मदद से पास की परीक्षा, जांच में पकड़ा गया
भोपाल । केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) में सिपाही, ट्रेडमैन भर्ती परीक्षा में सफल हो गए युवक ने इम्तिहान देने अपनी जगह पर किसी दूसरे युवक को बैठाया था। भिलाई में चिकित्सा जांच के दौरान फर्जीवाड़ा सामने आने पर अभ्यर्थी को हिरासत में लेकर गोविंदपुरा पुलिस को सौंप दिया गया। पूछताछ में पता चला कि मामले में अभ्यर्थी का एक व्यक्ति से नौ लाख रुपये में सौदा हुआ था। इसके लिए दूसरे परीक्षार्थी को परीक्षा में शामिल कराने के लिए दो लाख रुपये दे चुका था।
पुलिस दोनों आरोपितों की तलाश कर रही है। ज्ञात हो कि भोपाल के गोविंदपुरा में दो दिन पहले भी इस तरह का एक केस दर्ज किया गया है। गोविंदपुरा थाना प्रभारी अशोक सिंह परिहार ने बताया कि 21 मार्च 2021 को सीआइएसएफ की आरक्षक, ट्रेडमैन की भर्ती परीक्षा हुई थी। इसके लिए करियर कालेज में परीक्षा केंद्र बनाया गया था। इस परीक्षा में 496 में से 458 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। परीक्षा नतीजे घोषित होने पर ग्राम महानगढ़ थाना सुरवाया जिला शिवपुरी निवासी जयपाल सिंह गुर्जर पुत्र मुन्ना सिंह का चयन हो गया था।
वर्तमान में सीआइएसएफ की भिलाई स्थित आठवीं बटालियन में चयनित अभ्यर्थियों का चिकित्सा परीक्षण किया जा रहा है। इस दौरान उनके दस्तावेज भी मिलान किए जा रहे थे। इस दौरान अंगूठे की बायोमेट्रिक जांच में परीक्षा में बैठे अभ्यर्थी और जयपालसिंह के फिंगर प्रिंट अलग-अलग पाए गए। संदेह के आधार पर सीआइएसएफ के अधिकारियों ने जयपालसिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की।
उसने बताया कि परीक्षा में उसने अपने स्थान पर रविकांत नाम के युवक को शामिल कराया था। धर्मवीर सिंह है मास्टरमाइंड टीआइ परिहार ने बताया कि पूछताछ में जयपाल सिंह ने बताया कि उसके गांव के एक व्यक्ति ने धर्मवीर सिंह से मिलवाया था। धर्मवीर ने नौ लाख रुपये में परीक्षा पास कराने का सौदा किया था। दो लाख रुपये लेकर उसने जयपाल सिंह के स्थान पर रविकांत नाम के युवक को परीक्षा में शामिल करा दिया था। पुलिस धर्मवीर सिंह और रविकांत की तलाश कर रही है।