टिकट बंटवारे पर रार:विधायकों के बीच घमासान के बाद कांग्रेस प्रत्याशियों को सता रहा भितरघात का डर, पंचायत चुनावों में पार्टी को नुकसान का खतरा
पंचायत चुनावों में टिकट बंटवारे को लेकर जिस तरह कांग्रेस की कलह सामने आई है उसे देखते हुए अब पार्टी प्रत्याशियों को विपक्ष के साथ भितरघात से भी निपटना होगा। टिकट बंटवारे को लेकर कामा में जाहिदा और वाजिब अली, जोधपुर में पूर्व सांसद बद्री जाखड़ और प्रभारी रामलाल जाट के बीच टिकटों को लेकर मनमुटाव सामने आ चुका है।
दूदू से निर्दलीय बाबूलाल नागर और कांग्रेस उम्मीदवार रितेश बैरवा के समर्थक आमने-सामने हैं। शाहपुरा से आलोक बेनीवाल की टिकट वितरण में चलने से कांग्रेस उम्मीदवार मनीष यादव नाराज हैं। बस्सी से निर्दलीय विधायक लक्ष्मण मीणा से कांग्रेसी खेमा नाराज है।
सिरोही में निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा और कांग्रेस उम्मीदवार जीवनराम आर्य के बीच टकराव है। झगड़े की जड़ परिवारवाद है। कई विधायकों ने अपने परिवार के सदस्यों को टिकट दिलवाए हैं। सबसे ज्यादा विरोध के सुर निर्दलीय और बसपा से कांग्रेस में आने वाले विधायकों के क्षेत्रों में हैं।
अब डेमेज कंट्रोल की कवायद शुरू हो गई है। जयपुर, दौसा, जोधपुर, भरतपुर, सवाई माधोपुर, सिरोही इन 6 जिलों में पंचायतीराज चुनाव हो रहे हैं। इन क्षेत्रों में कांग्रेस के हारे हुए विधायक के उम्मीदवार टिकट वितरण में नहीं चलने से नाराज हैं।
गफलत में एक ही वार्ड में दो- दो सिंबल बांटने से भी विवाद
पंचायतीराज चुनावों में कई पंचायत समिति और जिला परिषद वार्ड ऐसे हैं जो दो विधानसभा क्षेत्रों में आते हैं। ऐसे क्षेत्रों में टिकटों को लेकर विवाद ज्यादा है। कई जगह गफलत में दो-दो सिंबल बांट दिए। गलती का अहसास होने पर एक सिंबल वापस लिए गए। इस गफलत की वजह से भी विवाद और नाराजगी बढ़ी। भरतपुर के कामां और नगर विधानसभा क्षेत्रों के वार्डों में इस तरह की गफलत हो चुकी है।