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बुमराह ने अपने गुस्से का सही इस्तेमाल किया, इंग्लैंड को उनसे उलझना महंगा पड़ा- जहीर खान

भारत ने इंग्लैंड को उसी की सरजमीं पर टेस्ट सीरीज में आखिरी बार 2007 में मात दी थी. इस जीत में टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान का अहम योगदान रहा था जिन्होंने सीरीज के तीन टेस्ट मैचों में 20 विकेट अपने नाम किए थे. अब जहीर खान ने दूसरे टेस्ट में जसप्रीत बुमराह के प्रदर्शन को लेकर बड़ा बयान दिया है. जहीर ने कहा है कि, दूसरे टेस्ट में बुमराह से उलझना इंग्लैंड को बहुत महंगा पड़ा और अगर गुस्सा आने पर बुमराह ऐसा प्रदर्शन करते हैं तो उन्हें आगे के मैचों में भी ऐसा करते रहना चाहिए.

जहीर ने कहा, “ग़ुस्सा आने के बाद बुमराह ने जिस तरह से दूसरे टेस्ट में प्रदर्शन किया किया वो देखने लायक था. मेरा मानना है कि उन्हें आगे भी इसी तरह विपक्षी खिलाड़ियों के साथ नोकझोंक करते रहना चाहिए. इंग्लैंड की पहली पारी में उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला यह. जिस तरह के वो गेंदबाज है उन्हें इस बात ने काफी परेशान किया होगा.”

बुमराह ने अपने गुस्से का किया सही इस्तेमाल 

साथ ही जहीर ने कहा, “भारत की बल्लेबाजी के दौरान जिस तरह से इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों ने बुमराह के खिलाफ लगातार बाउन्सर का इस्तेमाल किया, और उनके साथ नोकझोंक की. इन सब बातों ने बुमराह को मोटिवेट किया, और उन्होंने अपने ग़ुस्से का सही तरीके से इस्तेमाल किया. जिस अंदाज में उन्होंने इंग्लैंड की दूसरी पारी में गेंदबाजी की वो देखने लायक था.”

2007 में जहीर के साथ हुई थी जेली बीन’ की घटना

2007 में इंग्लैंड दौरे पर दूसरे टेस्ट के दौरान नॉटिंघम में हुई ‘जेली बीन’ की घटना के बाद जहीर खान ने भी इसी तरह अपने ग़ुस्से को प्रदर्शन में तब्दील कर इंग्लैंड की दूसरी पारी की कमर तोड़ दी थी. जहीर ने इस पारी में पांच विकेट चटका अपनी टीम को शानदार जीत दिलाई थी.

दरअसल भारत की पहली पारी में जहीर खान बल्लेबाजी कर रहे थे. इसी दौरान स्लिप पर खड़े इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज केविन पीटरसन ने उनकी तरफ जेली बीन फेंकना शुरू कर दिया. इस घटना से जहीर बेहद ग़ुस्से में आ गए थे. पीटरसन और जहीर के बीच जमकर कहासुनी भी हुई थी. इंग्लैंड को दूसरी पारी में जहीर के ग़ुस्से का सामना करना पड़ा और तेज गेंदबाज ने 75 रन देकर पांच विकेट अपने नाम किए थे.

 

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