अफगानिस्तान में लड़ाई अभी बाकी है! अंद्राब में मारे गए तालिबान के 50 लड़ाके, जिला कमांडर भी हुआ ढेर
ये तीनों ही जिले पंजशीर घाटी के पास हैं और इसके चलते अब घाटी में संघर्ष तेज होने की आशंका बढ़ गई है। 2001 से पहले भी तालिबान से कड़ा मुकाबले करने वाले अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद ने एक बार फिर से हथियार उठा लिए हैं। उन्होंने अपनी लीडरशिप में बड़ी संख्या में लड़ाकों को तैयार किया है। इसके अलावा खुद को राष्ट्रपति घोषित कर चुके मोहम्मद बिन सालेह भी उनका साथ दे रहे हैं। इस बीच मसूद ने तालिबान को अफगानिस्तान में समावेशी सरकार बनाने के लिए समझौते का प्रस्ताव दिया है। हालांकि उनका कहना है कि यदि तालिबान के लड़ाके पंजशीर घाटी में आते हैं तो अच्छा नहीं होगा।
जी-7 देशों से मीटिंग करने वाले हैं जो बाइडेन
इस बीच आज अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जी-7 देशों के नेताओं से मीटिंग करने वाले हैं। इसमें तालिबान को मान्यता देने या फिर बैन लगाए जाने को लेकर फैसला लिया जाएगा। गौरतलब है कि अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया जैसे देश अपने लोगों के बचाव के लिए 31 अगस्त के बाद भी सैनिकों को अफगानिस्तान में बनाए रखने के पक्ष में हैं। वहीं तालिबान ने कहा है कि य़दि 31 अगस्त तक सेनाएं वापस नहीं गईं तो फिर उसका अंजाम भुगतना पड़ सकता है।