इंदौर में उन्माद के लिए उकसाने वाले 10 लोग चिह्नित, जिलाबदर की तैयारी
इंदौर। कोतवाली पुलिस थाने का घेराव और नारेबाजी के लिए उकसाने वाले 10 लोगों को पुलिस ने चिह्नित कर लिया है। इनमें कुछ आपराधिक प्रवृत्ति के लोग भी हैं। आरोपितों ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से पोस्ट और वीडियो वायरल कर लोगों को एकत्र किया था। पुलिस इनका रिकार्ड तलाश कर जिलाबदर की तैयारी कर रही है। एसपी (पूर्वी) आशुतोष बागरी के मुताबिक, छेड़छाड़ के आरोपित गोलू उर्फ असलीम उर्फ तस्लीम के साथ हुई मारपीट के विरोध में सैकड़ों लोग रानीपुरा, दौलतगंज, सैफी चौराहा पर एकत्र होकर कोतवाली थाने पहुंचे थे। पुलिस ने इस मामले में अब्दुल रऊफ बेलिम, मुमताज कुरैशी, जैद पठान के खिलाफ केस दर्ज किया था। बेलिम पर तीन और मुमताज पर दो आपराधिक मामले भी दर्ज हैं। वीडियो रिकार्डिंग के आधार पर पुलिस ने 10 अन्य की पहचान कर ली है। कुछ ऐसे लोग भी हैं जिन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस रासुका व जिलाबदर की तैयारी कर रही है।
चार आरोपितों को जेल भेजा: बाणगंगा थाना पुलिस ने चूड़ी बेचने वाले असलीम उर्फ तस्लीम के साथ मारपीट करने के आरोप में गिरफ्तार राकेश पुत्र रमेश पंवार निवासी गोविंद नगर, विकास पुत्र अशोक मालवीय निवासी न्यू गोविंद नगर, राजकुमार पुत्र लालता प्रसाद भटनागर निवासी यादव नगर और विवेक पुत्र बालकृष्ण व्यास निवासी लटूरबाग को मंगलवार दोपहर कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया। टीआइ राजेंद्र सोनी के मुताबिक, पुलिस अन्य लोगों की शिनाख्त भी कर रही है।
खुलासा : एक विवादित संगठन सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश में
उधर, शहर में हुई कुछ घटनाओं में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। स्पेशल ब्रांच (एसबी) ने 20 दिन पूर्व ही एक रिपोर्ट भेजकर इंटेलीजेंस को चेताया था कि एक विवादित संगठन शहर में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश रच रहा है। इस संगठन में करीब 20 पदाधिकारी हैं जिनमें कई आतंकी संगठन सिमी से भी जुड़े रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, एसबी की रिपोर्ट में जवाहर मार्ग स्थित एक फ्लैट में हुई बैठक का भी उल्लेख किया गया था। नायता उदापुरा, नायता मुंडला, राजवाड़ा में हुई घटना के बाद एसबी ने दोबारा अफसरों को सचेत किया लेकिन नीचे तक संदेश पहुंचाने में देरी हो गई।
प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए बनाया था फर्जी आधार कार्ड
आरोपित असलीम उर्फ तस्लीम से जब्त आधार कार्ड की बाणगंगा थाना पुलिस जांच कर रही है। टीआइ राजेंद्र सोनी के मुताबिक, टीम बंजारनपुरवा बिरचमऊ बिलग्राम जिला हरदोई (उप्र) पहुंची और उसके पिता मोहर सिंह से पूछताछ की। मोहर ने बताया कि तस्लीम को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान का आवंटन हुआ था। आवंटन पत्र में असलीम नाम लिखा हुआ आया था। पिता ने नाम सुधार करवाने का बोला लेकिन तस्लीम ने असलीम नाम से दूसरा कार्ड बनवा लिया। इस बात की तत्कालीन ग्राम प्रधान होरी सिंह ने भी पुष्टि कर दी है।