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प्रस्ताव:बायाेडीजल के उपयोग से रोडवेज काे सालाना 9 कराेड़ रुपए की बचत हाेगी

जयपुर बायाेफ्यूल प्राधिकरण ने राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम काे बसों के डीजल में 5 प्रतिशत बॉयोडीजल के उपयोग का प्रस्ताव भेजा है। बॉयोडीजल के उपयोग से रोडवेज काे सालाना 9 कराेड़ रुपए की बचत हाेगी। प्रदेश की 3900 रोडवेज बसों में राेजाना 2.50 लाख लीटर डीजल की खपत हाेती है।

प्रथम चरण में बसों के डीजल में 5 प्रतिशत बॉयोडीजल यानी प्रतिदिन करीब 12 हजार 500 लीटर बायाे डीजल मिलाया जाएगा। बायोफ्यूल प्राधीकरण का कहना है कि बॉयोडीजल उत्पादन के हिसाब से अलग-अलग चरणों में रोडवेज में सप्लाई काे बढ़ाकर 20 प्रतिशत तक किया जाएगा। पैट्रो केमिकल एक्सपर्ट के अब तक प्रयोग में डीजल में 20 प्रतिशत तक बॉयोडीजल मिलाकर उपयोग किया जा सकता है। रोडवेज बसों का प्रतिदिन 11 लाख किमी का संचालन है और 5 किमी प्रति लीटर डीजल का एवरेज माना जाता है।

इस तरह से होगी बचत
डीजल व बॉयोडीजल में 20 रुपए प्रतिलीटर का अंतर है। अभी डीजल 99.1 रुपए प्रति लीटर है, जबकि बॉयोडीजल करीब 80 रुपए प्रतिलीटर है। ऐसे में 20 रुपए प्रति लीटर की बचत है। रोडवेज में हर साल 9 कराेड़ लीटर डीजल की खपत हाेती है। इस 9 कराेड़ लीटर डीजल में 5 प्रतिशत यानी 45 लाख लीटर बॉयोडीजल मिलाया जाएगा। इस 45 लाख लीटर बॉयोडीजल पर 20 रुपए प्रतिलीटर की बचत हाेने से सालाना बचत 9 कराेड़ रुपए हाेती है।

बायोफ्यूल में बड़ी संभावनाएं है। प्रदेश में बायोफ्यूल के उत्पादन के हिसाब से दाेनाें विभागों काे नियमित सप्लाई दी जा सकती है। इससे सरकार काे राजस्व की बचत हाेगी।
के.के पाठक, शासन सचिव ग्रामीण विकास

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