बाड़मेर रोडवेज कर्मचारी हड़ताल पर:केंद्रीय बस स्टेंड पर रोडवेज कर्मचारियों दो दिवसीय धरना शुरू, 11 सूत्री मांगों को लेकर दे रहे धरना, सरकार पर लगाया वादाखिलाफी का आरोप
राजस्थान रोडवेज के श्रमिक संगठन संयुक्त मोर्चा के प्रदेशव्यापी आह्वान पर बाड़मेर आगार के कार्मिकों ने बुधवार को केंद्रीय बस स्टैंड परिसर में दो दिवसीय धरना शुरू किया। धरना-प्रदर्शन के पहले दिन रोडवेज के कार्मिकों ने राज्य सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए गहलोत सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
रोडवेज कार्मिकों की मानें तो सत्ता में आने से पूर्व कांग्रेस नेताओं ने रोडवेज के कैम्प में पहुंचकर राजस्थान रोडवेज श्रमिक संगठनों की विभिन्न मांगों को मानने की आश्वासन दिया था लेकिन सत्ता में आने के बाद कांग्रेस सरकार श्रमिकों की मांगों को भूल गई है।
रोडवेज यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष मोहम्मद मंजूर कुरैशी के मुताबिक राजस्थान रोडवेज श्रमिक संगठन संयुक्त मोर्चा बाड़मेर द्वारा राज्य सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। 11 सूत्री मांगे नहीं माने जाने पर बड़ा आंदोलन कर सरकार को घेरने की चेतावनी भी दी है। धरना प्रदर्शन के दौरान बाड़मेर रोडवेज के चालक, परिचालक समेत कई कार्मिक और संगठन से जुड़े श्रमिक मौजूद रहे।
11 सूत्री मांगो को लेकर प्रदर्शन
इसमें 7वां वेतन लागू करने, 1 जुलाई 2021 से महंगाई भत्ते में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी करने, वेतन, पेंशन एवं एक माह के सेवानिवृत्ति परिलाभों का भुगतान हर माह के पहले कार्य दिवस को करवाने, अगस्त 2016 से बकाया सेवानिवृति परिलाभों का एकमुश्त भुगतान करवाने, गत तीन वर्षों से बकाया भुगतान करवाने, नकारा हो चुकी बसों को बदलकर रोडवेज को 1500 नई बसें उपलब्ध करवाने समेत 11 सूत्रीय मांगपत्र को लेकर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है।
समय पर नहीं मिल रहा है वेतन
रोडवेज कार्मिको की मानें तो उन्हें समय पर वेतन तक नहीं मिल पा रहा है। यहां तक कि वर्ष 2016 के बाद से सेवानिवृत्त हुए कार्मिको का 400 करोड़ का भुगतान भी रोडवेज में बकाया चल रहा है। इसके साथ ही उन्होंने बस संचालन से जुड़ी श्रेणियों में रिक्त पदों पर प्राथमिकता के आधार पर नई भर्ती करवाने की मांग भी की है।