चेतेश्वर पुजारा की पारी:31 महीने बाद पुजारा शतक के करीब; 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में लगाया था आखिरी शतक
भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरा टेस्ट लीड्स के हेंडिग्ले स्टेडियम में खेला जा रहा है। भारत ने दूसरी पारी में 2 विकेट गंवाकर 215 रन बना लिए हैं। इससे पहले भारतीय टीम पहली पारी में 78 रन ढेर हो गई थी। वहीं इंग्लैंड की टीम ने पहली पारी में 432 रन बनाए थे। इस तरह पहली पारी के आधार पर 354 रन से पीछे चल रही टीम इंडिया पर हार का संकट था, लेकिन टीम ने वापसी की।
पिछली 12 पारियों से 50 रन का भी आंकड़ा नहीं छू सकने वाले चेतेश्चवर पुजारा ने शानदार बल्लेबाजी कर टीम को मैच में वापसी कराई है। फिलहाल वह 91 रन बनाकर क्रीज पर हैं और अपने 19वें शतक से बस 9 रन दूर हैं। यदि वे अपना शतक आज पूरा कर पाते हैं तो वे 31 महीने बाद सेंचुरी लगा पाएंगे। पिछला शतक उन्होंने जनवरी 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में लगाया था। तब उन्होंने 193 रनों की पारी खेली थी।
चेतेश्वर पुजारा ने उस सीरीज में 521 रन बनाए थे। सिडनी के उस टेस्ट के बाद से पुजारा ने 35 पारियों में 912 रन बनाए हैं, जिसमें नौ अर्धशतक शामिल रहे। इस दौरान का पुजारा का एवरेज महज 26.35 का रहा है, जो उनके टेस्ट एवरेज 45.27 से मेल नहीं खाता है।
रोहित ने कहा- पुजारा ने एक बार फिर टीम में अपनी अहमियत को बताया
पुजारा की इस पारी से एक बार फिर टीम में उनकी अहमियत साबित हो हुई है। तीसरे दिन की पारी समाप्त होने के बाद ओपनर रोहित शर्मा ने कहा कि बेशक पुजारा कुछ पारियों से बड़ी पारी नहीं खेल पा रहे थे और उनकी आलोचना की जा रही थी, लेकिन कभी भी टीम मीटिंग में उनकी बल्लेबाजी को लेकर चर्चा नहीं की गई थी। पुजारा बेशक रन नहीं बना रहे थे, लेकिन वह मानसिक तौर पर फॉर्म में थे। आलोचना कर रहे लोगों को सोचने की जरूरत है कि पुजारा ने टीम इंडिया के लिए बीते सालों में क्या- क्या किया है।
फरवरी में इंग्लैंड के खिलाफ ही लगाई थी हाफ सेंचुरी
पुजारा ने अपनी आखिरी हाफ सेंचुरी इसी साल फरवरी में इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में लगाई थी। अब उन्होंने 12 पारी के बाद एक बाद एक बार फिर इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट करियर की 30वीं फिफ्टी लगाई। उन्होंने 91 बॉल पर फिफ्टी पूरी की। यह टेस्ट में पुजारा की 14वीं सबसे तेज फिफ्टी है। यह 2021 में उनकी दूसरी फास्टेस्ट फिफ्टी रही। इसी साल सिडनी में उन्होंने 64 बॉल पर फिफ्टी लगाई थी। पुजारा ने टेस्ट में सबसे तेज अर्धशतक 54 बॉल पर पूरा किया था। यह मैच भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 2013 में दिल्ली में खेला गया था। तब पुजारा ने 92 बॉल पर 82 रन की पारी खेली थी।
चेन्नई में इस साल हाफ सेंचुरी लगाने के बाद 6 मैचों में 129 रन बनाए
पुजारा ने इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में चार टेस्ट मैचों की सीरीज के चेन्नई में खेले गए पहले मैच में उन्होंने पहली पारी में 78 रन बनाए थे। उसके बाद चेन्नई में खेले गए दूसरे मैच में 28, तीसरे मैच में शून्य, आखिरी मैच 17 रन बनाए। वहीं उसके बाद इंग्लैंड में ही खेले गए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में भी 23 रन ही बना सके। वहीं इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की शुरुआती दो मैचों में भी इनका प्रदर्शन खास नहीं रहा। नॉर्टिघम में खेले गए पहले मैच की दोनों पारियों में कुल 16 रन ही बना पाए। वहीं लॉर्ड्स में खेले गए दूसरे मैच की दोनों पारियों में 54 रन ही बना सके थे।