महाराष्ट्र में मंदिर खोलने की मांग पर भाजपा का आंदोलन, मुंबई में हंगामा
मुंबई । केरल के बाद कोरोना महामारी को लेकर जहां सबसे ज्यादा चिंता है, वह राज्य है महाराष्ट्र। यहां डेल्टा वैरिएंट के केस भी लगातार मिल रहे हैं। इस बीच, भाजपा की मांग है कि प्रदेश के मंदिरों को खोल दिया जाना चाहिए। दरअसल, प्रदेश की उद्धव ठाकरे सरकार ने पल खोलने के आदेश दिए हैं। भाजपा इसी बात को लंबे समय से मुद्दा बना रही है और कृष्ण जन्माष्टमी के मौके इसको आंदोलन का रूप देने की कोशिश की। मुंबई में जहां राम कदम की अगुवाई में भाजपा नेता और कार्यकर्ता सिद्धीविनायक मंदिर के सामने जुटे। कोरोना महामारी के कारण भीड़ जमा करने की मनाही है, लेकिन इसके बावजूद भाजपा कार्यकर्ता अड़े हैं। यहां भारी संख्या में पुलिसबल भी एकत्र है और रामकदम को हिसालत में लिया जा सकता है।
इसी तरह औरंगाबाद के गजानन मंदिर के बाहर भी भाजपा कार्यकर्ता जमा हो गए। इन्होंने मंदिर के गेट फांद कर अंदर जाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने रोक दिया। यहां भाजपा नेताओं का कहा कि सरकार हमसे डरती है, इसीलिए पुलिस को आगे करवाती है। जो लोग मंदिर खोलने की बात कर रहे हैं, उन पर लाठियां चलवाई जा रही है।
पब खुले, मंदिर बंद, अन्ना हाजरे भी जता चुके आपत्ति
इससे पहले सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने भी राज्य में मंदिरों को फिर से नहीं खोलने के महाराष्ट्र सरकार के रुख पर सवाल उठाया था और कहा था कि अगर मंदिरों पर से प्रतिबंध हटाने के लिए आंदोलन किया जाता है तो वह अपना समर्थन देंगे। हजारे ने कहा कि शराब की दुकानों के बाहर लंबी कतारें हैं, उससे कोरोना नहीं फैल रहा है, लेकिन मंदिर में कुछ लोग दर्शन को पहुंच जाएंगे तो महामारी कैसे फैल जाएगी?