काबुल एयरपोर्ट खाली करने की उल्टी गिनती शुरू, 20 भारतीय फंसे
अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा होने के बाद अमेरिका सहित कई देश अपने नागरिकों को तेजी से बाहर निकाल रहे हैं। यह रेस्क्यू ऑपरेशन अपने अंतिम पड़ाव पर है और 31 अगस्त को अमेरिका अपने सभी सैनिकों को बाहर निकालकर काबुल एयरपोर्ट खाली कर देगा। इसके बाद भी जो लोग वहां रह जाएंगे, उनका बाहर निकलना काफी मुश्किल होगा। हालांकि आतंकी इस रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी डालने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। यहां एक के बाद एक धमाके हो रहे हैं और लोगों की जान जा रही है। इन धमाकों में अमेरिकी सैनिकों की भी मौत हो चुकी है। इस बीच यहां के एयरफील्ड डिफेंस सिस्टम ने 5 रॉकेट हमले नाकाम किए हैं। इस बीच खबर है कि यहां 20 भारतीय अब भी फंसे हैं और इन्हें निकालने की कवायद जारी है।
अफगानिस्तान के काबुल एयरपोर्ट पर 5 रॉकेट दागे गए थे, लेकिन एयरफील्ड डिफेंस सिस्टम ने यह हमला नाकाम कर दिया और जान-माल की बड़ी तबाही रुक गई। अमेरिकी सेना ने एक आत्मघाती हमलावर को मारने के लिए काबुल एयरपोर्ट के उत्तर-पश्चिम में रॉकेट से हमला किया था। इस हमले में 2 लोगों के मारे जाने की खबर है
तालिबान ने कहा सभी को बाहर जाने की अनुमति होगी
तालिबान ने अमेरिका और कई प्रमुख यूरोपीय देशों समेत 90 से अधिक देशों को यह आश्वासन दिया है कि उनके नागरिकों को और तालिबान के भी जो नागरिक यहां से बाहर जाना चाहते हैं उन्हें अफगानिस्तान से बाहर जाने की अनुमति दी जाएगी और उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा। अमेरिका सहित सभी देशों ने बयान जारी करके इस बारे में जानकारी दी है।
काबुल में लगातार हो रहे धमाके
काबुल एयरपोर्ट के पास आज सुबह कई धमाकों की आवाज सुनी गई है। हालांकि यह साफ नहीं है कि ये धमाके एयरस्ट्राइक से हुए या बम बलास्ट से। वहीं इससे पहले यहां कई रॉकेट के उड़ने की आवाज सुनी गई थी, लेकिन रॉकेट हमले को नाकाम कर दिया गया है। इस मामले में भी यह स्पष्ट नहीं है कि जिन रॉकेट को नाकाम किया गया है यह आवाज उन्हीं की थी या ये रॉकेट अफगानिस्तान के दूसरे इलाकों में हमला करने जा रहे थे।