भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट:80 एकड़ में 322 करोड़ रुपए से बनेगा डिपो, मेंटेनेंस से लेकर दौड़ने का यहीं से मैनेजमेंट; टेंडर प्रोसेस जारी
भोपाल मेट्रो के लिए 80 एकड़ में डिपो बनेगा। जहां पर मेट्रो के मेंटेनेंस से लेकर चलने तक का मैनेजमेंट होगा। इसके लिए मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (MPMRC) ने टेंडर प्रोसेस शुरू कर दी है। सुभाष नगर रेलवे फाटक के पास डिपो प्रस्तावित है, जो 322 करोड़ रुपये से बनाया जाएगा। कुल 1092 दिन यानी 3 साल में डिपो बनकर कंप्लीट होगा।
भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट में एम्स टू करोंद रूट के 16.05 में से करीब 8 किमी हिस्से में पिलर और गर्डर लॉन्चिंग का लगभग 70% काम पूरा हो चुका है। इसके साथ अब सुभाष नगर रेल्वे फाटक के पास डिपो बनाने के काम की भी शुरुआत होगी। MPMRC सितंबर में टेंडर प्रोसेस पूरी कर लेगा। इसके बाद काम की शुरुआत होगी। काम शुरू होने के 3 साल के भीतर डिपो का निर्माण होगा।
ये रहेगा डिपो में
सुभाष नगर में रोलिंग स्टॉक डिपो कम वर्कशॉप का निर्माण होगा। जून-जुलाई में मृदा परीक्षण किया गया था। इसके बाद जमीन को समतल किया जा रहा है। डिपो में कोच मेंटेनेंस व मेट्रो खड़ी की जाएगी। साथ ही, यहीं से तय रूट पर मेट्रो दौड़ेगी। एक समय में 4 मेट्रो एकसाथ खड़ी हो सकेगी।
3 साल पहले ही शुरू होना था काम
हालांकि, डिपो बनाने की शुरुआत 3 साल पहले 2018 में ही हो जानी चाहिए थी, लेकिन टेंडर प्रोसेस में लेटलतीफी और कोरोना संक्रमण के कारण काम नहीं हो सका। अब 2024 या 2025 तक डिपो बनेगा, क्योंकि डिपो निर्माण में कम से कम 3 साल का समय लगेगा।
मेट्रो के आधे रूट पर 70% काम पूरा
भोपाल मेट्रो का पहला रूट 16.05 किलोमीटर लंबा है। यह एम्स टू करोंद तक जाता है। फिलहाल इसी रूट निर्माण हो रहा है। अब तक एम्स, होशंगाबाद रोड, सुभाषनगर, एमपी नगर जैसे क्षेत्र में पिलर खड़े किए गए हैं। असली चुनौती सुभाष नगर रेलवे फाटक से करोंद के बीच है, क्योंकि यहां से मेट्रो अंडरग्राउंड गुजरेगी। इन सभी कामों में 4 साल और लग जाएंगे। नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह मेट्रो के काम में और तेजी लाने की बात कह रहे हैं।
कुल 29.04 किलोमीटर तक मेट्रो दौड़ेगी
- एम्स से करोंद के बीच 16.05 किमी का रूट होगा। काम जारी
- भदभदा से रत्नागिरी 12.99 किमी पर मेट्रो चलेगी। काम शुरू नहीं