हैबतुल्लाह अखुनजादा बनेगा अफगानिस्तान सरकार का सुप्रीम लीडर, ईरान की तर्ज पर चलेगा शासन
काबुल । तालिबान ने अफगानिस्तान में सरकार बनाने की तैयारियां तेज कर दी हैं। कंधार में चली लंबी बैठकों के बाद तय हुई है कि अब अफगानिस्तान में ईरान की तर्ज पर शासन चलाया जाएगा। हैबतुल्लाह अखुनजादा (Haibatullah Akhunzada) अफगानिस्तान में बनने वाली तालिबान की नई सरकार के सुप्रीम लीडर होंगे। एक दो दिन में प्रधानमंत्री का नाम भी फाइनल कर दिया जाएगा और फिर काबुल स्थित राष्ट्रपति कार्यालय में नई सरकार का गठन होगा। खास बात यह है कि महिलाओं को तो सरकार में हिस्सा नहीं दिया जाएगा, लेकिन सरकारी दरफ्तों में उनकी सेवाएं बहाल की जा सकती हैं।
तालिबान के सांस्कृतिक आयोग के सदस्य अनामुल्ला समांगानी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, हम जिस इस्लामी सरकार की घोषणा करेंगे, वह लोगों के लिए एक मॉडल होगी। सरकार में वफादार (अखुनजादा) के कमांडर की उपस्थिति में कोई संदेह नहीं है। वह सरकार के नेता होंगे।
इस बीच स्थानीय मीडिया में खबरें हैं कि तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के प्रमुख मुल्ला बरादर को अफगानिस्तान के विदेश मामलों के मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया है। हालांकि तालिबान का कहना है कि नई सरकार के गठन पर विचार-विमर्श को अंतिम रूप दे दिया गया है। हालांकि नए राष्ट्रीय ध्वज या राष्ट्रगान पर चर्चा नहीं हुई है।
इस बीच, तालिबान ने अफगानिस्तान क्रिकेट टीम को मान्यता दे दी है। तालिबान सरकार ने सत्ता में आने के बाद देश के लिए पहले टेस्ट मैच को मंजूरी दे दी है। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के मुख्य कार्यकारी हामिद शिनवारी ने कहा कि बोर्ड ने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट मैच के लिए अनुमति ले ली है। क्रिकेट मैच की अनुमति देने को तालिबान के रुख में एक और बड़ा बदलाव माना जा रहा है। इससे पहले 1996 से 2001 के बीच तालिबान ने अफगानिस्तान पर राज किया था, लेकिन क्रिकेट मैचों की अनुमति नहीं दी थी।