दक्षिणी राजस्थान में इस साल 30 प्रतिशत कम बरसात, संभाग के सभी 6 जिलों में औसत से कम पानी गिरा; डूंगरपुर में 48, उदयपुर जिले में 44 प्रतिशत कम बारिश

उदयपुर में पिछले पांच दिनों से अच्छी बरसात हो रही है। बुधवार शाम से लेकर देर रात तक भी उदयपुर शहर सहित आसपास के हिस्सों में अच्छी बरसात हुई। बावजूद इसके भी उदयपुर इस साल अपने बरसात का कोटा पूरा करने से काफी दूर है। मानसूनी सीजन के अनुसार सितम्बर का यह महीना अंतिम महीना है, मगर उदयपुर की औसत बरसात का कोटा फिलहाल काफी कम है।
उदयपुर ही नहीं पूरे उदयपुर संभाग में इस बार कम बरसात हुई है। आमतौर पर पूरे राजस्थान में सबसे ज्यादा बरसात उदयपुर संभाग में होती है। मगर इस बार उदयपुर संभाग में अबतक औसत से 30 प्रतिशत कम बरसात हुई है। वहीं पूरे संभाग में उदयपुर और डूंगरपुर जिले में सबसे कम बरसात हुई है। जिले में अबतक 44 प्रतिशत कम बरसात हुई है। उदयपुर में इस साल 31 अगस्त तक औसत 490 एमएम बरसात होनी थी, मगर इस साल अबतक 273 एमएम बरसात ही हुई है।
पिछले 8 साल की सबसे कम बरसात इस बार
उदयपुर में पिछले 8 साल में हुई बरसात का आंकलन करें तो इस साल सबसे कम बरसात हुई है। पिछली 8 साल में पहली बार ऐसा हुआ कि 31 अगस्त तक उदयपुर में 300 एमएम बरसात भी नहीं हुई हो। इस साल 31 अगस्त तक उदयपुर में 273 एमएम बरसात हुई, जबकि 2020 में 31 अगस्त तक यह आंकड़ा 630 एमएम था, इसी तरह 2019 में 741 एमएम, 2018 में 499 एमएम, 2017 में 815 एमएम, 2016 में 481 एमएम, 2015 में 606 एमएम, 2014 में 485 एमएम बरसात हुई। यह इस साल हुई बरसात से कई ज्यादा है। उदयपुर में मानसून सीजन में औसतन 587 एमएम बरसात होनी होती है, मगर इस साल 2 सितम्बर तक 309 एमएम बरसात हुई है।
संभाग में 30 प्रतिशत कम बरसात, सिर्फ एक जिला सामान्य
उदयपुर संभाग में अबतक औसत से 30 प्रतिशत कम बरसात हुई है। संभाग के 6 में से सिर्फ एक प्रतापगढ़ जिले में सामान्य बरसात हुई है। हालांकि यहां भी औसत से कम ही बरसात है। वहीं बाकी के पांच जिले उदयपुर, राजसमंद, बांसवाड़ा, डूंगरपुर और चित्तौड़गढ़ में सामान्य से कम बरसात हुई है। उदयपुर में औसत से 44 प्रतिशत, बांसवाड़ा में 34, चित्तौड़गढ़ में 24, डूंगरपुर में 48, राजसमंद में 39 और प्रतापगढ़ में 4 प्रतिशत कम बरसात हुई है।
बुधवार रात उदयपुर में अच्छी बरसात
उदयपुर में बुधवार रात को अच्छी बरसात हुई। शहर सहित ग्रामीण इलाकों लगातार दो घंटे तक बरसात हुई। हालांकि बरसात धीमी गति से ही हुई थी। 2 सितम्बर सुबह 8 बजे तक शहर में 5 एमएम, मदार में 4, देवास में 12, नाई में 16, उदयसागर में 19, वल्लभनगर में 35 और बागोलिया में 25 एमएम बरसात हुई। इसी का असर रहा कि देर रात सीसारमा नदी लगभग 1 फीट चली। इससे पीछोला झील में पानी की थोड़ी आवक शुरू हुई।