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दूसरी बार मानसून के सक्रिय होने से कुल औसत वर्षा 610 एमएम के मुकाबले अब तक 93 प्रतिशत से अधिक हुई, फसलों को मिला जीवनदान, 50 फीसदी बांध ओवरफ्लो

टोंक जिले में दोबारा सक्रिय हुए मानसून के चलते बारिश का दौर बना हुआ है। इस बारिश से पिछले 3 दिन में ही 34 एमएम बारिश हो चुकी है। अच्छी बारिश होने से किसानों के मुरझाए चेहरे खिल से गए है। अब तक जिले में औसत वर्षा 610 एमएम के मुकाबले 93 प्रतिशत से अधिक बारिश हो चुकी है। इसी के साथ अधिकांश बांधों, तालाबों में अच्छी पानी की आवक हो गई है। हालांकि ओवरफ्लो 50 फीसदी बांध ही हो पाए है।

इस साल मानसून 15 दिन देरी से आया था। ऐसे में अधिकांश किसानों ने खरीफ की फसलों की बुआई भी देरी से की थी। इसके चलते 3.33 लाख हेक्टेयर बोआई के लक्ष्य के मुकाबले जिले में 2 लाख 68 हजार 610 हेक्टेयर ही बोआई हो पाई। अधिक समय वाली फसलें मूंगफली आदि की बोआई किसानों ने कम ही की। इसके चलते बोआई का रकबा लक्ष्य के मुकाबले 56 हजार हेक्टेयर कम हो गया। किसानों ने खरीफ फसल के मुकाबले रबी फसल को अधिक तवज्जो दी, लेकिन जो खरीफ फसल की बोआई की थी। वह भी गत माह करीब 25 दिन बारिश नहीं होने से मुरझाने लगी थी। किसानों के चेहरे पर दोहरी मार को लेकर मायूसी नजर आने लगी थी। फिर गत दिनों 31 अगस्त से दूसरे दौर का सक्रिय हुआ मानसून फसलों के लिए अमृत साबित हुआ। सूखने के कगार पर पहुंची फसलों को नया जीवनदान मिल गया। पहले ही किसानों की बारिश देरी से होने से हजारों हेक्टेयर जमीन खाली रह गई और फिर जो बोई थी, वह भी सूखने के कगार पर पहुंच चुकी थी। समय रहते बारिश हो गई और किसान की फसलें बहरहाल बच गई।

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