शाम से रात तक रुक-रुक कर बारिश:जाता मानसून 45 मिनट जमकर बरसा, श्रीडूंगरगढ़ में सबसे ज्यादा 25, नोखा में 22 व बीकानेर में 1.2 एमएम बरसात रिकॉर्ड

मानसून सक्रिय है। बीकानेर के ऊपर से मानसून की ट्रफ लाइन गुजर रही है। ऐसे में बारिश के आसार पूरे पश्चिमी राजस्थान में बने हुए हैं। शहर में दाेपहर बाद मूसलाधार बारिश हुई ताे गांव भी भीगे।
बज्जू, पलाना, नाेखा और गजनेर समेत कई गांवाें में हलकी बारिश हुई। इस वजह से गांव में हुई बारिश से उन फसलों को जीवनदान मिल जाएगा जिनकी बुआई हो चुकी है लेकिन इस बारिश से बिजाई होना मुश्किल है।
बाजरा, मूंग, माेठ और ग्वार की फसल काे इसलिए जीवनदान मिलेगा क्याेंकि ग्रामीण क्षेत्र में दाे सप्ताह से बारिश नहीं हाे रही थी। हालांकि गुरुवार काे भी पूरे जिले में समान बारिश नहीं हुई लेकिन जहां हुई वहां फसलाें काे जरूर फायदा हाेगा। बीकानेर शहर को भी करीब एक महीने बाद कुछ देर मूसलाधार बारिश नसीब हुई। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दो-तीन दिन और हलकी से मध्यम बारिश होने के आसार बने हुए हैं।
चूंकि अब बिजाई का समय गुजर चुका है। ऐसे में जिन फसलों की बिजाई हो चुकी है उनको बीते तीन सप्ताह से बारिश नसीब नहीं हुई। इस बीच गुरुवार को अधिकतम तापमान 35.9 और न्यूनतम 25.7 डिग्री दर्ज किया गया। भले ही बारिश मूसलाधार हुई हाे लेकिन माैसम विभाग ने 1.2 एमएम दर्ज की।
आगे क्या : मानसून सक्रिय है। ऐसे में पांच सितंबर तक पश्चिमी राजस्थान के कई जिलाें में बारिश के आसार हैं। बीकानेर में दाे और तीन सितंबर काे ज्यादा बारिश के आसार हैं लेकिन बादल पांच सितंबर तक छाए रहेंगे। इस वजह से उमस और गर्मी से राहत जरूर मिलेगी। फसलों का भी बचाव हो सकेगा। उम्मीद है कि ग्रामीण क्षेत्रों में एक-दाे दिन में बारिश हाे सकती है।
सावधानी जरूरी: बारिश के बाद अगर कहीं पानी भरा रह गया ताे डेंगू के मच्छर पनप सकते हैं। इसलिए छताें पर या घर में कहीं भी पानी काे जमा ना हाेने दें। काेशिश करें घर में मच्छर ना हाें क्याेंकि बदलते माैसम में डेंगू भी सिर उठा सकता है। इसके अलावा बारिश के बाद मौसम में भी बदलाव होगा जिससे सर्दी, जुकाम या वायरल संबंधी शिकायतें आ सकती हैं।