बीसलपुर बांध में पर्याप्त पानी नहीं आने से जल संकट:अब भी मेघ नहीं बरसे तो तीन दिन में एक बार पानी देने की तैयारी
अजमेर सहित बीसलपुर के कैचमेंट क्षेत्र में आने वाले दिनाें में बारिश नहीं हुई ताे अजमेर में तीन दिन में एक बार पानी की आपूर्ति हाेगी। कमजाेर मानसून के कारण प्रदेश के कई जिलाें में जल संकट आसन्न है। अजमेर में फिलहाल 48 यानी दाे दिन में एक बार जलापूर्ति हाे रही है। संकट काे देखते हुए शुक्रवार को चीफ इंजीनियर आरएस चौहान ने ऑनलाइन मीटिंग ली।
इसमें अजमेर संभाग के एडिशनल चीफ इंजीनियर मुकुल भार्गव और एसई राजीव कुमार ने अजमेर की जल वितरण स्थिति के बारे में जानकारी दी। सोमवार को एक विस्तृत रिपोर्ट और चीफ इंजीनियर को सौंपी जाएगी। जिसमें संभवत: 72 घंटे में सप्लाई किए जाने की कार्ययोजना भेजी जा सकती है।
बांध में 310.64 मीटर पानी, जयपुर, अजमेर और टोंक को अगस्त 2022 तक करनी होगी जलापूर्ति
वीसी में अतिरिक्त मुख्य अभियंता मुकुल भार्गव ने बताया कि बांध में 310.64 मीटर पानी है। इस पानी को जयपुर, अजमेर और टोंक को अगस्त 2022 तक पानी देना होगा। इसके लिए जरूरी होगा कि कटौती तय की जाए।
चौहान ने सोमवार तक कटौती को लेकर की जाने वाली तैयारियों की विस्तृत रिपोर्ट देने के आदेश दिए। मालूम हो कि 2018-19 में भी जल संकट से अजमेर को सामना करना पड़ा था। 2019 में तो भीलवाड़ा से वाटर ट्रेन के जरिए चंबल का पानी लाने तक की तैयारी थी।
अजमेर रेल मंडल से जलदाय विभाग के अधिकारियों ने अनुबंध तक कर लिया था, मगर एनवक्त पर आई बारिश ने जल संकट को दूर कर दिया था। 2019 में बांध ओवर फ्लो हुआ था और 63 दिनों तक पानी की निकासी की गई थी। एक बार फिर अजमेर जिले में जल संकट आया है, जिसे निकालना जलदाय विभाग के लिए चुनौती होगा।
बीसलपुर में 310.60 मीटर से ज्यादा होने पर ही दिया जाता है सिंचाई के लिए पानी
बीसलपुर की तय गाइडलाइन के अनुसार बांध में सितंबर अंत तक 310.60 मीटर से ज्यादा पानी होने पर ही बीसलपुर लेफ्ट और राइट नहर से किसानों को सिंचाई के लिए पानी दिया जाता है। यह पानी नवंबर-दिसंबर महीने में दिया जाता है। मगर इस बार सितंबर अंत तक पानी 310.60 मीटर के आसपास ही रहने के आसार हैं, इसलिए सिंचाई के लिए पानी नहीं दिया जा सकेगा।
2018 के मुकाबले इस बांध का जल स्तर अच्छा है। मगर पूरे वर्ष पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए कटौती करना जरूरी होगा। इसके लिए संबंधित इंजीनियर एक प्लान तैयार कर रहे हैं, जिसे सोमवार को चीफ इंजीनियर को प्रेषित किया जाएगा। इसके बाद कटौती तय शिड्यूल से की जाएगी। -मुकुल भार्गव, अतिरिक्त चीफ इंजीनियर, अजमेर संभाग, जलदाय विभाग