मुंबई की बैंक के सर्वर हैकिंग मामले में ग्वालियर से तीन आरोपित गिरफ्तार
ग्वालियर। अगस्त में दो दिन के सरकारी अवकाश में मुंबई स्थित बैंक आफ बहरीन आफ कुवैत का सर्वर हैक कर साढ़े पांच करोड़ रुपये उड़ाने वाले नाइजीरिया के अंतराष्ट्रीय ठग मार्टिन के रैकेट से जुड़े तीन युवकों को पुलिस ने ग्वालियर से गिरफ्तार किया है। ये कार्रवाई मुंबई क्राइम ब्रांच की सूचना पर की गई है। तीनों आरोपित मुरार वंशीपुरा के हैं। आरोपित में एक कोचिंग संचालक और दो उसके छात्र हैं। यह तीनों आरोपित इस रैकेट से शहर के एक अन्य युवक की मदद से जुड़े थे। इन तीनों का काम स्थानीय युवकों का खाता नंबर लेकर इस रैकेट तक पहुंचाना होता था। इसके अलावा इनके खातों में पैसा भी ट्रांसफर हुआ था। इनका काम खाताधारक से उक्त राशि को निकालकर रैकेट तक पहुंचाना होता था। इसके एवज में इनके अलावा खाताधारक को भी तीन से चार हजार रुपये कमीशन मिलता था। यह राशि 40 से 50 हजार रुपये होती थी। मुंबई क्राइम ब्रांच इनके चौथे साथी की तलाश कर रही है।
मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने शुक्रवार की सुबह एसपी अमित सांघी से मुलाकात कर बताया कि मुंबई में स्थित बैंक आफ बहरीन आफ कुवैत का सर्वर 14, 15 अगस्त को हैक किया गया था। हैकर ने बैंक के साढ़े पांच करोड़ रुपये उड़ा दिए। हैकर्स ने सर्वर से जुड़े मोबाइल नंबर भी बदल दिए थे। बैंक का दो दिन अवकाश होने के कारण बैंक अधिकारियों को सर्वर हैक होने की खबर तक नहीं लगी। 16 अगस्त को बैंक खुलने पर सर्वर हैक होने का पता बैंक अधिकारियों को लगा। इस मामले की जांच मुंबई क्राइम ब्रांच को दी गई। पड़ताल में पता चला कि बैक का सर्वर हैक नाइजीरियन ठग मार्टिन ने किया था। इसके बाद पिछले 17 दिन में अलग-अलग 87 बैंक खाताें में पैसा ट्रांसफर कर निकाला गया है। इस संबंध में मुंबई क्राइम ब्रांच का मेल एसपी अमित सांघी के पास भी आया था।
दिल्ली के समीर को पकड़कर मुंबई क्राइम ब्रांच ग्वालियर तक पहुंचीः मुंबई क्राइम ब्रांच ने अंतर्राष्ट्रीय आन लाइन ठग मार्टिन के रैकेट से जुड़े समीर को दिल्ली से पकड़ा। समीर भी दिल्ली में कोचिंग चलाता है। समीर से पूछताछ करने पर ग्वालियर के एक युुवक का नाम पता चला(यह युवक पकड़ में नहीं आया इसलिए पुलिस ने इसका नाम सार्वजनिक नहीं किया)। फरार आरोपित के तीन पते पता चले है। यह तीनों पते किराये के मकान के हैं। इस युवक के माध्यम से मुरार में कोचिंग संचालक रवि राजे रैकेट से जुड़ा। रवि वंशीपुरा का निवासी है और धीरज सर के नाम से अंग्रेजी की क्लास लेता है। मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम दिल्ली से सीधी गुरुवार की रात को ग्वालियर आई। एसपी अमित सांघी से संपर्क कर मदद मांगी। एसपी ने एएसपी (शहर पूर्व)राजेश दंडोतिया के निर्देशन में सीएसपी रत्नेश तोमर व सिरौल थाना प्रभारी गजेंद्र सिंह धाकड़ के नेतृत्व में टीम गठित की गई। पुलिस ने कोचिंग संचालक रवि राजे, उसके छात्र प्रभांशु जाटव व दिनेश जाटव निवासी वंशीपुरा को गिरफ्तार कर लिया है।
तीनों के खाते में पैसे ट्रांसफर हुए थेः मुंबई क्राइम ब्रांच को पता चला था कि कोचिंग संचालक व उसके दोनों छात्रों के खाते मेंं साढ़े सात- साढ़े सात लाख रुपये ट्रांसफर हुए थे। तीनों आरोपितों ने शुरुआती पूछताछ में बताया कि यह पैसा दिल्ली से समीर से जुड़ा युवक उन्हें कमीशन देकर उनके खाते से निकलवाकर ले गया। इसके अलावा अन्य खातों में पैसा ट्रांसफर हुआ है। इन लोगों को भी तीन से चार हजार रुपये कमीशन देकर पैसा निकालकर रैकेट के सदस्य ले गए।
तीनों आरोपिताें काे मुंबई क्राइम ब्रांच को सौंपाः एसपी अमित सांघी ने बताया कि तीनों आरोपितों को पकड़ने के बाद इसकी सूचना मुंबई क्राइम ब्रांच को दी गई थी। सिरौल थाना पुलिस ने शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट से मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम ट्रांजिट वारंट में इन्हें पूछताछ के लिए मुंबई ले गई है। इनके चौथे साथी की तलाश की जा रही है। इस रैकेट का मास्टरमाइंड नाइजीरियन मार्टिन पकड़ में नहीं आया है। सिरौल थाना पुलिस भी प्रथक से पड़ताल कर रही है। पुलिस को उन खाताधारकों की सूची मिल गई है, जिनके खातों में बैंक का सर्वर हैक कर ट्रांसफर किए गए साढ़े पांच करोड़ ट्रांसफर कर निकाले गए हैं।