तालिबान ने किया पूरी पंजशीर घाटी पर कब्जे का दावा, कहा- अब खत्म हुआ युद्ध
तालिबान ने दावा किया है कि उसने अफगानिस्तान की पंजशीर घाटी पर कब्जा कर लिया है। यहां नेशनल रेसिस्टेंस फ्रंट ऑफ अफगानिस्तान से तालिबान का मुकाबला हो रहा था। तालिबान के जबीउल्लाह ने ट्वीट किया कि तालिबान अब युद्ध से पूरी तरह मुक्त हो गया है। प्रवक्ता के मुताबिक, पंजशीर के लोग भी हमारे भाई हैं। इस बीच, आरोप है कि पाकिस्तान की वायुसेना ने पंजशीर घाटी में तालिबान की मदद की है। पाकिस्तान ने ड्रोम हमलों से यहां बम गिराए, जिसकी मदद से तालिबान सफल रहा। अभी यह साफ नहीं है कि मोहम्मद सालेह समेत पंजशीर के बड़े नेता कहां हैं। माना जा रहा है कि इन्हें सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।
इससे पहले पूर्व समांगन सांसद जिया अरियनजाद के अनुसार पाकिस्तान ने ड्रोन के जरिए पंजशीर में स्मार्ट बम बरसाए हैं। इससे तालिबान के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व कर रहे अहमद मसूद के प्रवक्ता फहीम दश्ती पंजशीर में तालिबान के साथ लड़ाई के दौरान मारे गए थे। फहीम के अलावा अहमद शाह मसूद के भतीजे और पूर्व प्रमुख मुजाहिदीन कमांडर जनरल साहिब अब्दुल वदूद झोर भी युद्ध में मारे गए थे।
नेशनल रेसिस्टेंस फ्रंट ऑफ अफगानिस्तान ने अपने फेसबुक पेज में इन दोनों की मौत की जानकारी देते हुए लिखा, “गहरे स्पर्श और खेद के साथ, हमने आज दो प्यारे भाइयों और सहयोगियों और सेनानियों को खो दिया। आमिर साहब अहमद मसूद के कार्यालय के प्रमुख फहीम दश्ती, और फासीवादी समूह के खिलाफ लड़ाई में अफगानिस्तान के राष्ट्रीय नायक के भतीजे जनरल साहब अब्दुल वदूद ज़ोर। आपकी शहादत पर बधाई!”
पूरे अफगानिस्तान के लिए लड़ रहा है NRF
अफगान पत्रकार फ्रूड बेजान ने भी ट्वीट कर जानकारी दी कि पंजशीर में फहीम दश्ती मारा गया है। पिछले महीने फहीम दश्ती ने कहा था कि पंजशीर में प्रतिरोध बल तालिबान के खिलाफ न केवल प्रांत के लिए बल्कि अफगानिस्तान के लिए भी लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, “हम सिर्फ एक प्रांत के लिए नहीं बल्कि पूरे अफगानिस्तान के लिए लड़ रहे हैं। हम अफगानों, महिलाओं, अल्पसंख्यकों के अधिकारों के बारे में चिंतित हैं। तालिबान को समानता और अधिकारों का आश्वासन देना होगा।” उन्होंने यह भी कहा था कि वे विभिन्न देशों के संपर्क में हैं और बाकी दुनिया से वो उम्मीद करते हैं कि वो तालिबान से बात करें और उन्हें NRF के साथ बातचीत के लिए राजी करें।
NRF ने तालिबान को पंजशीर से हटने का प्रस्ताव दिया
पंजशीर घाटी में प्रतिरोध बलों ने युद्धविराम का आह्वान किया है क्योंकि रिपोर्ट के अनुसार उन्हें लड़ाई में भारी नुकसान हुआ है। नेशनल रेसिस्टेंस फ्रंट ने तालिबान को पंजशीर से हटने का प्रस्ताव दिया है, और बदले में वह सैन्य कार्रवाई से परहेज करेगा। पंजशीर में प्रतिरोध बलों के नेता अहमद मसूद ने रविवार को कहा कि अगर तालिबान क्षेत्र से अपनी सेना वापस लेता है तो वह शांति वार्ता के लिए तैयार हैं।
लड़ाई रोकने के लिए तैयार है NRF
अहमद मसूद ने एक बयान में कहा, “अगर तालिबान समूह पंजशीर और अंदराब में अपने सैन्य हमलों को समाप्त करता है, तो स्थिर शांति प्राप्त करने के लिए NRF युद्ध को तुरंत रोकने के लिए तैयार है।” एनआरएफए प्रमुख का बयान उन रिपोर्टों के मद्देनजर आया है कि तालिबान बलों ने आसपास के जिलों को सुरक्षित करने के बाद प्रांतीय राजधानी पंजशीर में अपनी लड़ाई लड़ी थी। तालिबान के प्रवक्ता बिलाल करीमी ने कहा कि होल्डआउट प्रांत की राजधानी बाराज़त में लड़ाई जारी है।
पंजशीर में एक हफ्ते से जारी है लड़ाई
तालिबान और नेशनल रेसिस्टेंस फ्रंट ऑफ अफगानिस्तान के बीच पिछले एक हफ्ते से पंजशीर घाटी में लड़ाई जारी है। दोनों पक्षों का दावा है कि लड़ाई में उनका पलडा भारी है और दूसरे पक्ष को भारी नुकसान हुआ है। तालिबान ने कहा कि उन्होंने प्रमुख जिलों पर कब्जा कर लिया है, वहीं NRF ने कहा कि उन्होंने 1,000 से अधिक आतंकवादी लड़ाकों को मार डाला और उन्हें कई मोर्चों पर पीछे धकेल दिया है।