क्रॉस वोटिंग के बाद कांग्रेस फिर सियासी संकट के मुहाने पर; गहलोत व पायलट गुट आमने-सामने, नतीजा-मंत्रिमंडल फेरबदल का अटकना तय
जिला परिषद चुनावों में क्रॉस वोटिंग के बाद कांग्रेस एक बार फिर से साल भर पहले वाले सियासी संकट के मुहाने पर खड़ी नजर आ रही है। पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के समर्थक वेद प्रकाश सोलंकी पर कांग्रेस के खिलाफ क्रॉस वोटिंग करवाकर भाजपा को जितवाने का आरोप है।
जयपुर पर्यवेक्षक पूर्व पीसीसी महासचिव मुमताज मसीह का कहना है कि वेद सोलंकी ने पार्टी के साथ धोखेबाजी की है और इसकी लिखित रिपोर्ट वे पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा को सौंप रहे हैं। क्रॉस वोटिंग को लेकर बीते 24 घंटों में कांग्रेस में गहलाेत ओर पायलट कैंप की तरफ से एक-दूसरे पर तीखे हमले किए गए।
पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और युवा एवं खेल मंत्री अशोक चांदना ने बयान दिया। इसके बाद पायलट समर्थक इंद्रराज गुर्जर और रामनिवास गावड़िया ने जवाबी हमला बोला।
गहलोत समर्थक चांदना बोले-कुछ ‘जयचंद’ बीजेपी के हाथ बिके हुए हैं, शिकायत ऊपर तक जाएगी
कुछ ‘जयचंद’ बीजेपी के हाथ बिके हुए हैं। कांग्रेस में रहकर बीजेपी का काम कर रहे हैं। इनकी शक्ल पर मंशा साफ दिखती है। ये लोग रह तो कांग्रेस में रहे हैं, लेकिन काम बीजेपी का कर रहे हैं। एक साल पहले ही बीजेपी के हाथ बिक गए हैं। आलाकमान और मुख्यमंत्री ने एक साल पहले ‘फॉरगेट एंड फॉरगिव’ पॉलिसी के तहत बड़ा दिल रखकर सबका स्वागत किया। उसके बाद भी अगर इस तरह की धोखाधड़ी पार्टी के साथ होती है तो निश्चित रूप से ऊपर तक शिकायत जाएगी।
पायलट समर्थक इंद्रराज ने पूछा-जैसलमेर में जयचंद कौन था
विराट नगर विधायक इंद्रराज गुर्जर ने कहा कि जैसलमेर में कांग्रेस का बहुमत होने के बाद भी जिला प्रमुख क्यों नहीं बन पाया और क्रॉस वोटिंग हुई थी उस समय जयचंद कौन था। इसका जवाब खेल मंत्री अशोक चांदना को जरूर देना चाहिए।
जोशी-राठौड़ का मिलन, ये रिश्ता क्या कहलाता है : गावड़िया
विधायक रामनिवास गावड़िया ने कहा-अगर क्रॉस वोटिंग ही करवानी होती तो अन्य जगहों भी करवा सकते थे। रही बात जयचंद की तो जो महेश जोशी परिणाम से 5 मिनट पहले राजेंद्र राठौड़ पर हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगा रहे थे, वे उन्हीं की गाड़ी में बैठकर गए। ये रिश्ता क्या कहलाता है।
सोलंकी ने संगठन पर उठाए सवाल, कहा-पायलट काे बदनाम करने की साजिश
जिला प्रमुख चुनाव में बगावत करने वाले दोनों जिला परिषद सदस्यों को सचिन पायलट समर्थक विधायक वेद प्रकाश सोलंकी के कहने पर टिकट दिए थे। वेद प्रकाश सोलंकी ने खुद पर लगे आरोपों को गलत बताया है। कहा-स्थानीय कांग्रेस नेता गड़बड़ी करेंगे। इस बारे में पहले ही प्रदेशाध्यक्ष को अवगत करा दिया था। फिर भी संगठन ने कोई कदम नहीं उठाया। अब उन्हें जिम्मेदार ठहराना गलत है। बाकी जिलों में भी क्रॉस वोटिंग हुई है। यह महज पायलट काे बदनाम करने की साजिश है।
मंत्रिमंडल विस्तार पर पड़ेगा असर : पार्टी सूत्रों का कहना है कि मामले की शिकायत दिल्ली तक की गई है और पार्टी इसे गंभीरता से ले रही है। बताया जा रहा है कि इससे मंत्रिमंडल विस्तार की कवायद भी खटाई में पड़ सकती है क्योंकि सेंधमारी से पार्टी में जबरदस्त नाराजगी है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि यह मामला अब दूर तक जाएगा।