दिल्ली में चारों तरफ पानी-पानी और पालथी मार बैठ गए, राकेश टिकैत
नई दिल्ली । राजधानी में भारी बारिश के चलते कई जगहों पर खासा जलभराव हो गया है। कुछ सड़कें तो किसी तालाब की तरह नजर आ रही हैं। दिल्ली की सीमाओं पर कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन चल रहा है। गाजीपुर बॉर्डर पर भी पानी भर गया। भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत ने उसी पानी में धरना शुरू कर दिया। एक तस्वीर आई है जिसमें टिकैत अपने साथियों के साथ बैरिकेड्स के आगे पानी में पालथी मार बैठे नजर आ रहे हैं। दिल्ली से टिकैत की यह तस्वीर ऐसे वक्त में आई है जब हरियाणा के करनाल में किसानों का आंदोलन खत्म हो गया है।
दिल्ली में भारी बारिश से कई इलाके पानी-पानी
राजधानी के लिए शनिवार की सुबह आफत लेकर आई। मोती बाग, आरके पुरम, मधु विहार, हरी नगर, रोहतक रोड, बदरपुर, सोम विहार, आईपी स्टेशन के पास रिंग रोड, विकास मार्ग, संगम विहार, महरौली-बदरपुर रोड, पुल प्रह्लादपुर अंडरपास, मुनिरका, राजपुर खुर्द, नांगलोई और किराड़ी समेत कई जगहों और रास्तों पर जलभराव देखा गया।
करनाल से फिर दिल्ली शिफ्ट हुआ आंदोलन
करनाल के एसडीएम आयुष सिन्हा के खिलाफ कार्रवाई को लेकर किसानों का आदोलन चल रहा था। टिकैत ने घोषणा की थी कि बातचीत तभी बहाल की जा सकती है, जब एसडीएम आयुष सिन्हा के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। जिला सचिवालय के बाहर धरने पर बैठे किसानों और सरकार में शनिवार को सुलह हो गई। बातचीत के बाद हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव देवेंद्र सिंह ने कहा कि ‘सरकार 28 अगस्त को हुए घटना की हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज से न्यायिक जांच करवाएगी। जांच 1 महीने में पूरी होगी।’ एसडीएस ने तब कथित रूप से किसानों पर सीधे बल-प्रयोग के निर्देश दिए थे।