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बेटी के आगमन की खुशी में भोपाल में ठेले वाले ने लोगों को फ्री खिलाए 50 हजार गोलगप्पे

भोपाल । आमतौर पर लोग बेटी के आगमन की खुशी में लोग ढोल-ढमाकों के साथ मिठाई बांटकर खुशियां मनाते हैं, लेकिन कोलार के दानिशकुंज निवासी अंचल गुप्ता ने बेटी आने की खुशी कुछ अलग ढंग से मनाई। उन्होंने रविवार को लोगों को निश्शुल्क फुल्की (पानीपूरी) खिलवाईं। इसके लिए उन्होंने पहले 50 हजार फुल्की और उनका पानी तैयार किया। इसके बाद हर आने-जाने वाले को टेंट लगाकर फुल्की खिलाईं। इसके लिए 10 स्टॉल लगाए गए थे। लोगों ने दोपहर एक से लेकर शाम छह बजे तक कतार में लग कर फुल्की का आनंद उठाया।
महिलाओं, बच्चों व बड़े-बुजुर्गों ने भरपेट फुल्की खाकर अंचल गुप्ता को बेटी के आगमन की खुशी में बधाई दी। अंचल गुप्ता को बधाई देने क्षेत्रीय विधायक रामेश्वर शर्मा भी पहुंचे। उन्होंने कहा कि बेटी के आगमन की खुशी मनाने का यह तरीका बहुत अच्छा लगा। यह बेटी बचाओ व बेटी पढ़ाओ अभियान को बढ़ावा देने का जीता-जागता उदाहरण है। घर में लक्ष्मी आने की खुशी में ऐसे ही लोगों को खुशयिां मनानी चाहिए, जिससे बेटियों को बचाया जा सके।
बता दें कि अंचल गुप्ता बीते 14 साल से कोलार के बंजारी मुख्य मार्ग पर फुल्की का स्‍टॉल लगा रहे हैं। वे फुल्की विक्रेता हैं। उन्होंने बताया कि समाज में आज भी कई लोग बेटियों को मां की कोख में मार देते हैं। आए दिन ऐसी घटनाएं समाचार पत्रों में पढ़ने को मिलती हैं। इससे ऐसा लगता है कि आखिर हम किस समाज में जी रहे हैं कि बेटियों को जन्म से पहले ही मार दिया जाता है। इसी के चलते मैंने संकल्प लिया था कि घर में बेटी होगी तो लोगों को निश्शुल्क फुल्की खिलाऊंगा। 17 अगस्त को बेटी का आगमन हुआ। इसके लिए पहले 50 हजार फुल्की बनाई, उनक पानी बनाया। अन्य सामग्री तैयार की। लोगों को दिक्कत न हो, इसलिए टेंट लगाकर लोगों को फुल्की खिलाईं। फुल्की खिलाकर एक अनोखा काम करना था तो बेटी का नाम अनोखी रख दिया। बेटी से बड़ा दो साल का बेटा अनंत है।
बेटे का जन्मदिन भी मनाया, खर्चे का हिसाब नहीं जोड़ा
बेटी के आगमन की खुशी फुल्की खिलाने से उत्सव में बदल गई। अंचल गुप्ता के बेटे अनंत का रविवार को जन्मदिन भी था। विधायक रामेश्वर शर्मा की मौजूदगी में केक काटा गया। इसके बाद फुलकी खिलाने का सिलसिला शुरू हुआ। कोलार के बंजारी, बीमाकुंज, नयापुरा, ललिता नगर, सर्वधर्म, आशीर्वाद कॉलोनी सहित लगभग पूरे कोलार क्षेत्र से लोग फुल्की खाने आए। अंचल गुप्ता ने बताया कि दो दिन से फुल्की बना रहे थे। पांच घंटे में 50 हजार फुल्की खिलाने का लक्ष्य रखा था, जो पूरा हो गया। कितना खर्च आया, यह नहीं जोड़ा। क्योंकि बेटी के आगमन की खुशी में खर्च क्या देखना।

 

 

 

 

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