अनिल कुंबले ने कहा- क्रिकेट में आने वाला समय टेक्नॉलॉजी का, डिसीजन मेकिंग प्रोसेस में बढ़ेगा इसका यूज
भारत के पूर्व कप्तान दिग्गज लेग स्पिनर अनिल कुंबले का मानना है कि आने वाले समय में क्रिकेट में टेक्नॉलॉजी का इस्तेमाल और बढ़ जाएगा. आईपीएल में पंजाब किंग्स के हेड कोच कुंबले ने एक वेबिनार में ये बात कही है. कुंबले ने कहा है कि, भविष्य में कोई भी खिलाड़ी ‘डेटा इंटेलिजेन्स’ को नकार नहीं सकेगा, और क्रिकेट के खेल में इसका इस्तेमाल और बढ़ता जाएगा. कुंबले ने क्रिकेट में डीआरएस (DRS) का उदाहरण देते हुए बताया कि किस तरह से ये डिसीजन मेकिंग प्रोसेस में गेमचेंजर साबित हुआ है.
कुंबले ने ‘Building Competitive Advantage through Sports Analytics and Data Intelligence’ के शीर्षक से हो रहे एक वेबिनार में ये बात कही. चेन्नई के ग्रेट लेक्स इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट और Deakin University South Asia ने इस वेबिनार का आयोजन किया था.
भविष्य में बढ़ जाएगा डिसीजन मेकिंग प्रोसेस में टेक्नॉलॉजी का महत्व
पंजाब किंग्स के हेड कोच कुंबले ने कहा, “क्रिकेट में मौजूदा समय में डीआरएस का बहुत ज्यादा महत्व बन गया है. मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि हम जैसे जैसे आगे बढ़ेंगे क्रिकेट मैच के दौरान डिसीजन मेकिंग प्रोसेस में टेक्नॉलॉजी का महत्व और बढ़ता जाएगा.” भारत के लिए 132 टेस्ट मैचों में 619 विकेट लेने वाले महान गेंदबाज कुंबले ने साथ ही कहा, “खिलाड़ी भी इस नए इनोवेशन और बदलाव को पूरी तरह अपना चुके हैं. ये सही भी है क्योंकि अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो आप बाकी लोगों से बहुत पीछे छूट जाएंगे.”
भारत के पूर्व कोच कुंबले का मानना है कि, टेक्नॉलॉजी का इस्तेमाल भविष्य में क्रिकेट को और बेहतर बना सकता है. उन्होंने कहा, “मुझे मालूम है क्रिकेट में टेक्नॉलॉजी के ज्यादा इस्तेमाल को लेकर बहस की गुंजाइश है. हालांकि मेरा मानना है कि अगर आप नई नई टेक्नॉलॉजी का खेल में इस्तेमाल नहीं करेंगे तो आप बहुत पीछे छूट जाएंगे. मुझे लगता है कि क्रिकेट की बेहतरी के लिए इसका इस्तेमाल बेहद जरुरी है.”
क्रिकेट के छोटे फ़ॉर्मैट में डेटा इंटेलिजेंस का ज्यादा महत्व
कुंबले का ये भी मानना है कि क्रिकेट के छोटे फ़ॉर्मैट जिनमें टी20 और हाल ही में शुरू हुआ ‘द हंड्रेड’ शामिल हैं में डेटा इंटेलिजेंस का बहुत ज्यादा इम्पैक्ट रहेगा. उन्होंने कहा, “आने वाले समय में टीमें डेटा पर ज्यादा निर्भर होंगी खासकर कि क्रिकेट के छोटे फ़ॉर्मैट में इनका महत्व बहुत ज्यादा रहेगा. टेस्ट क्रिकेट से हम वनडे तक आए, फिर टी20 और अब द हंड्रेड क्रिकेट का खेल लगातार छोटे फ़ॉर्मैट में खेला जा रहा है. इसके चलते भविष्य में इस खेल पर डेटा का डेटा का बहुत ज्यादा इम्पैक्ट रहेगा.”]
साथ ही उन्होंने कहा, “छोटे फ़ॉर्मैट में कम समय में और बहुत तेजी के साथ क्रिकेट खेला जाता है. यही वजह है कि, टीम की रणनीति बनाने, स्क्वॉड और अन्य चीज़ों को लेकर भविष्य में डेटा इंटेलिजेंस सबसे बड़ा फैक्टर होगा.”