उदयपुर में अच्छी बरसात का अनुमान:20 घंटे में ही फतहसागर झील में दो फीट पानी आया, मदार और स्वरूप सागर दोनों तरफ से हो रही आवक

उदयपुर में स्वरुप सागर लिंक नहर का गेट खोलने के बाद महज 20 घंटे में ही फतहसागर झील में 2 फीट पानी आ गया। झील में दो तरफ से हो रही आवक का असर है कि फतहसागर झील का जलस्तर बढ़कर 7 फीट 10 इंच हो गया। बुधवार दोपहर जब स्वरुप सागर लिंक नहर से पानी फतहसागर में डायवर्ट किया गया था तब फतहसागर का जल स्तर 5 फीट 10 इंच था। ऐसे में दोनों तरफ से हो रही पानी की आवक अगर इसी तरह बनी रहती है तो अगले कुछ दिन में फतहसागर भी छलक सकता है।
उदयसागर में भी बढ़ा पानी, गोवर्धन सागर फुल
इसी तरह उदयसागर में भी हो रही लगातार आवक से उदयसागर का जलस्तर भी बढ़ गया है। यह बढ़कर 18 फीट 8 इंच पर पहुंच गया। वहीं गोवर्धन सागर भी अब पूरा भरकर छलक गया। इसका जलस्तर भी 9 फीट हो गया है। वहीं देवास का जलस्तर 19 फीट 6 इंच, मादड़ी का 16 फीट 9 इंच है। पिछले दिनों लगभग सभी बांधों में पानी की आवक हुई है। आकोदड़ा और मानसी वाकल का जलस्तर भी बढ़ा है। मगर वल्लभनगर बांध लगातार उसी स्थिति में है। वह भी तब जब उदयपुर जिले की सबसे ज्यादा बरसात वल्लभनगर में हुई है।

सीसारमा 2.5 फीट, पीछोला में कम हुआ पानी
फतहसागर में पानी डायवर्ट करने के बाद पीछोला का जलस्तर कम हो गया। यह गिरकर 8 फीट 6 इंच हो गया है। देवास से लगातार पानी डायवर्ट कर पीछोला में भेजा जा रहा है। सीसारमा का गेज फिलहाल 2 फीट 6 इंच चल रहा है। वहीं नांदेश्चर में जलस्तर 1 फीट 6 इंच है। मदार से 1 फीट 6 इंच के बहाव से पानी फतहसागर में आ रहा है।
मौसम विभाग का अनुमान गलत, नहीं हुई बरसात
इधर मौसम विभाग का अनुमान उदयपुर में बरसात को लेकर गलत साबित हुआ। मौसम विभाग ने 15 से 17 सितम्बर तक उदयपुर में भारी बरसात का अनुमान लगाया था। मगर ऐसा नहीं हुआ। 15 सितम्बर को उदयपुर में बिलकुल भी बरसात नहीं हुई। उदयपुर की सभी झीलें भरने के लिए अब भी हल्की बरसात की जरुरत है। ऐसे में अगर यह बरसात नहीं होती है तो हो सकता है कि