नितिन गडकरी पहुंचे दौसा:90 हजार करोड़ रुपए से बन रहे दिल्ली-मुंबई ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे का प्रोजेक्ट मॉडल देखा

दौसा 90 हजार करोड़ रुपए की लागत से बन रहे दिल्ली-मुंबई ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे का निरीक्षण करने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी धनावड़ गांव पहुंचे हैं। हेलिकॉप्टर से पहुंचे केंद्रीय मंत्री ने सबसे पहले सोमाडा गांव तक एक्सप्रेस-वे निर्माण कार्यों का जायजा लिया। इसके बाद रेस्ट एरिया में मॉडल की प्रदर्शनी को देखकर निर्माण कार्यों की समीक्षा की। उनके साथ आई तकनीकी टीम ने सड़क की मजबूती और गुणवत्ता की जांच की। उनके साथ सांसद लोकसभा सांसद जसकौर मीणा, राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा, ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला, बांदीकुई विधायक जीआर खटाना समेत NHAI के अधिकारी हैं।
1350 किमी है हाइवे की लंबाई
दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे भारत माला परियोजना के तहत देश की राजधानी दिल्ली को देश की वाणिज्य राजधानी मुंबई से जोड़ने वाली महत्वपूर्ण परियोजना है। लगभग 1350 किमी लंबे इस हाईवे को बनाने पर केंद्र सरकार 90 हजार करोड़ रुपए खर्च कर रही है। इस प्रोजेक्ट को जनवरी 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य है। यह हाईवे देश के 5 राज्यों दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात व महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा।
डेडिकेटेड इलेक्ट्रिक व्हीकल फोर लेन बनेगी
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर अभी 8 लेन बनाए जा रहे हैं। इनके अलावा 4 लेन और बढ़ाए जाएंगे। 2 जाने और 2 आने के लिए। यह चारों लेन सिर्फ इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए होंगे। यह देश का पहला एक्सप्रेस-वे होगा, जिस पर डेडीकेटेड इलेक्ट्रिक व्हीकल फोर लेन होगी। ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे बनकर तैयार हो जाने से समय भी बचेगा और प्रदूषण भी कम होगा। एक्सप्रेस-वे के किनारे टाउनशिप और स्मार्ट सिटी बनाने का भी प्रस्ताव है, जिसका सर्वे जारी है।
दिल्ली-मुंबई के बीच 150 किलोमीटर की दूरी घटेगी
अभी मुंबई से दिल्ली तक का सफर 25 घंटे में पूरा होता है जो एक्सप्रेस हाईवे बनने के बाद 13 घंटे में तय होगा। दिल्ली-मुंबई के बीच 150 किलोमीटर की दूरी घटेगी। दिल्ली से दौसा तक का 280 किलोमीटर हाईवे का निर्माण दिसम्बर तक पूरा हो जाएगा। इसे लेकर एक्सप्रेस वे का निर्माण तेज गति से चल रहा है। ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे प्रोजेक्ट 2018 में शुरू हुआ और 9 मार्च 2019 को इसकी आधारशिला रखी गई।