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संसद जैसे हमले जैसी थी साजिश, पकड़े गए आतंकियों के सनसनीखेज खुलासे

दिल्ली । पुलिस ने स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार आतंकियों से पूछताछ में बड़ी आतंकी साजिश के खुलासे हुए हैं। आतंकियों से पूछताछ में अब तक पता चला है कि ये संसद हमले (13 दिसंबर, 2001) जैसी साजिश रचने की फिराक में थे। नवरात्र और रामलीला आयोजन भी इनके निशाने पर थे। पूरी साजिश में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ ही अंडरवर्ल्ड का भी हाथ है। इन दहशतगर्दों की ट्रेनिंग उसी कैम्प में हुई थी, जिसमें मुंबई हमलों को अंजाम देने वाले कसाब को ट्रैंड किया गया था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल से जुड़े अधिकारियों ने बताया है कि ओसामा और जीशान नाम के आतंकियों को इसी मकसद से तैयार किया गया था। बता दें दिल्ली पुलिस व उप्र एटीएस ने मंगलवार को छह आतंकियों को गिरफ्तार किया था। इनमें लखनऊ निवासी मु. आमिर जावेद, रायबरेली निवासी मूलचंद्र उर्फ लाला, प्रयागराज निवासी जीशान कमर, मुंबई निवासी जान मुहम्मद शेख, दिल्ली निवासी ओसामा उर्फ समी और बहराइच का मुहम्मद अबू बकर शामिल हैं। सभी आतंकियों को बुधवार को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश कर 14 दिन के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।

एटीएस चीफ ने दिलाया भरोसा, महाराष्ट्र सुरक्षित

इस बीच, महाराष्ट्र एटीएस प्रमुख विनीत अग्रवाल ने कहा है कि गिरफ्तार किए गए 6 आतंकियों में से एक व्यक्ति मुंबई के धारावी का बताया जा रहा है और उसके डी-कंपनी से संबंध थे। उस व्यक्ति को कोटा में उस समय गिरफ्तार किया गया था जब वह दिल्ली के लिए एक ट्रेन में यात्रा कर रहा था। जान मोहम्मद के पास से कोई विस्फोटक या हथियार बरामद नहीं हुआ है। दिल्ली पुलिस और मुंबई पुलिस इस पर सूचनाओं का आदान-प्रदान करेगी। हमारी टीम दिल्ली जा रही है। हमें आतंकी अलर्ट मिलते हैं, लेकिन जहां तक ​​इस मामले का संबंध है, मुंबई और राज्य दोनों सुरक्षित हैं।

एमबीए पास जीशान बना आतंकी

जीशान MBA पास है और दुबई में अकाउंटेंट था। लॉकडाउन के दौरान भारत आकर खजूर का धंधा शुरू किया था। लखनऊ से गिरफ्तार आमिर उसका रिश्तेदार है। आमिर ने सऊदी अरब के जेद्दाह में कई साल पढ़ाने का काम किया है। वह धर्म की शिक्षा देता था। मूलचंद उर्फ लाला किसान है। कहा जा रहा है कि वह भी डी कंपनी के संपर्क में था। वहीं बहराइच का मुहम्मद अबू बकर भी जेद्दाह में रह चुका है। ओसामा का परिवार ड्राई फ्रूट का धंधा करता है, जिसकी वजह से वह मध्य एशिया के देशों में व्यापार के सिलसिले में जाता रहा है। दुबई और मस्कट जैसी जगहों पर लोग आमतौर पर नौकरी के मकसद से जाते हैं, लेकिन इस नए रूट का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के लिए होने की जानकारी परेशान करने वाली है। ओसामा उर्फ समी और जीशान को पाकिस्तान में प्रशिक्षण दिलाने के लिए इसी रूट से ले जाया गया।

 

 

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