काेटा में अक्टूबर के पहले हफ्ते तक रहेगा मानसून:इसके बाद भी हल्की बारिश की संभावना, इस सीजन में 1300 एमएम से ज्यादा पहुंचेगा बरसात का आंकड़ा

बंगाल की खाड़ी में बन रहे साइक्लाेनिक सर्कुलेशन के असर से बारिश का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। रविवार काे शहर में 10.3 एमएम बरसात हुई। माैसम वैज्ञानिकाें के अनुसार इस बार 30 सितंबर तक मानूसन रहने की संभावना है। हालांकि पिछले 5 साल से काेटा में अक्टूबर के पहले हफ्ते तक मानसून की बारिश हाेती है। इसके बाद भी हल्की बारिश होगी।
यानी इस बार बारिश का आंकड़ा 1300 एमएम से ज्यादा रहेगा। अभी तक कुल 1130.8 एमएम बारिश हाे चुकी है। पिछले साल 19 सितंबर तक 564.8 एमएम बारिश हुई थी। वहीं, प्रदेश में कुल 415 एमएम नाॅर्मल बारिश के मुकाबले पांच फीसदी अधिक बारिश हाे चुकी है। ऐसे में उम्मीद है कि प्रदेश में मानसून सीजन में 10 से 12 फीसदी अधिक बारिश हाेगी।
पिछले 11 साल में मानसून की स्थिति

आगे क्या : साइक्लाेनिक सर्कुलेशन के असर से कुछ इलाकाें में भारी बारिश
राज्य के शेष भागों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश आगामी चार-पांच दिन होने की संभावना है। बीकानेर संभाग के कुछ भागों में 20 से 23 सितंबर के दौरान हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना है। माैसम विभाग के डायरेक्टर राधेश्याम शर्मा के अनुसार इस बार लगातार सितंबर में बंगाल की खाड़ी में साइक्लाेनिक सर्कुलेशन जारी है। इससे बारिश का दाैर बना हुआ है।
वहीं 22 और 23 सितंबर काे फिर से बंगाल की खाड़ी में साइक्लाेनिक सर्कुलेशन के असर से हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। पिछले 24 घंटों में भीलवाड़ा, प्रतापगढ़, बूंदी, कोटा, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, राजसमंद और पाली जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश और एक दो स्थानों पर अति भारी बारिश भी दर्ज की गई है। प्रदेश के दक्षिणी भागों में मानसून की सक्रियता अगले तीन-चार दिनों तक बनी रहेगी। इस दौरान उदयपुर संभाग के जिलों में कहीं -कहीं भारी बारिश व एक-दो स्थानों पर अति भारी बारिश होने की संभावना है।