शहर के कई इलाकों में पौन घंटे हुई बरसात, फतहसागर-पीछोला झील में पानी की लगातार हो रही आवक, मदार में बढ़ा पानी
कई दिनों के इंतजार के बाद आखिर उदयपुर में बादल बरसे। मंगलवार सुबह से ही शहर में बादल छाए हुए थे। दोपहर 12.30 बजे के बाद शहर में तेज बरसात हुई। लगभग पौन घंटे तक शहर के अलग-अलग इलाकों में बरसात हुई। पिछले सप्ताह भर से ज्यादा समय से मौसम विभाग उदयपुर में अच्छी बरसात का अनुमान लगा रहा था। मगर बरसात नहीं हो रही थी। ऐसे में मंगलवार को अच्छी बरसात से एक बार फिर उदयपुरवासियों को राहत मिली।
फतहसागर-पीछोला में लगातार हो रही आवक
बरसात नहीं होने के बावजूद उदयपुर की झीलों में पानी की लगातार आवक हो रही है। देवास प्रथम बांध के गेट खुले होने से सीसारमा नदी से पीछोला झील में आवक हो रही है। पीछोला का जलस्तर 9.5 फीट हो चुका है। वहीं फतहसागर झील का जलस्तर भी 9 फीट पर पहुंच चुका है। फतहसागर में स्वरूप सागर लिंक नहर और मदार लिंक नहर से पानी की लगातार आवक हो रही है। वहीं उदयसागर में भी लगातार पानी की आवक हो रही है। उदयसागर का जलस्तर 19.6 फीट है। दो दिन में मदार के कैचमेंट क्षेत्र में हुई बरसात से एक बार फिर मदार नहर में पानी तेज हो गया है।
जितना पानी ले सके लेंगे, एक बरसात से बेहतर होगी स्थिति : एक्सईएन
जल संसाधन विभाग के एक्सईएन विनित शर्मा बताते हैं कि देवास से पानी की आवक हो रही है। जबतक वहां से पानी की आवक हो रही है हम पानी लेते रहेंगे। इससे फतहसागर और पीछोला दोनों झीलों में पानी की आवक होती रहेगी। इस बीच अगर एक दाे बरसात होती हैं तो उदयपुर की झीलें लबालब हो जाएंगी। विनित शर्मा बताते हैं कि सीसारमा के कैचमेंट में बरसात होने से पीछोला-फतहसागर और फिर यही पानी उदयसागर को भर सकता है।