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CM योगी आदित्यनाथ ने किए नरेंद्र गिरि के अंतिम दर्शन, बोले- दोषी को सजा अवश्य मिलेगी

प्रयागराज  ।  अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के प्रमुख महंत नरेंद्र गिरि महाराज की संदिग्ध मौत का मामला गरमाता जा रहा है। इस मामले में आरोपी उनके शिष्य आनंद गिरि को हरिद्वार से गिरफ्तार कर लिया गया है। आनंद गिरि के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। आनंद गिरि को प्रयागराज लाया जा रहा है। वहीं, लेटे हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी आद्या तिवारी और उनके पुत्र संदीप तिवारी को हिरासत में लिया गया है। इस बीच, Narendra Giri का पार्थिव शरीर अभी भी प्रयागराज के बाघम्बरी मठ में रखा गया है। यहां भक्त उनका दर्शन कर सकेंगे। इसके बाद Narendra Giri का शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा। माना जा रहा है कि इसके बाद ही मौत के असली कारण पता चल पाएगा। अब तक पूरे मामले को आत्महत्या से जोड़कर देखा जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने किए अंतिम दर्शन: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करीब 11 बजे प्रयागराज के बाघम्बरी मठ पहुंचे और नरेंद्रगिरि के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन किए। आदित्यनाथ ने वहां मौजूद साधू-संतों से भी बात की। बाद में मीडिया को दिए बयान में सीएम योगी ने कहा, बहुत सारे साक्ष्य कलेक्ट किए गए हैं। जो भी संलिप्त होगा कानून के दायरे में लाकर कार्यवाही होगी। अनावश्यक बयानबाजी से बचे।

बकौल सीएम योगी, एडीजी जोन, आइजी रेंज व डीआईजी प्रयागराज एक टीम के रूप में इस घटना की जांच में जुटे हैं। दोषी अवश्‍य सजा पाएगा। इस संवेदनशील प्रकरण में अनावश्‍यक बयानबाजी से बचा जाए। जिम्‍मेदार को कानून के दायरे में लाकर कड़ी सजा दिलाई जाएगी।

चल पड़ी तरह-तरह की चर्चाएं: नरेंद्र गिरि की मौत को लेकर यूपी में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। कुछ लोग एक सीडी का जिक्र कर रहे हैं और कह रहे हैं कि इसके नरेंद्र गिरिजी को ब्लैकमेल किया जा रहा था। वहीं एक स्थानीय नेता का नाम भी आया है। कहा जा रहा है कि इस नेता ने नरेंद्र गिरि के निधन के बाद करीब 30 मिनट तक आनंद गिरि से फोन पर बात की थी।

बांघम्बरी मठ पहुंचे कानून मंत्री, बोले- दोषी को छोड़ेंगे नहीं: यूपी सरकार में कानून मंत्री कैशव प्रसाद मौर्य और कानून मंत्री बृजेश पाठक सुबह बाघम्बरी मठ पहुंचे। दोनों नेताओं ने दुखी मन से नरेंद्र गिरि के दर्शन किए। कानून मंत्री ने कहा कि यूपी सरकार पूरे मामले की जांच करवाएगी और दोषी को सजा जरूरी दी जाएगी।

सीबीआई जांच की मांग तेज: महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में सीबीआई जांच की मांग तेज होती जा रही है। अधिवक्ता सुनील चौधरी ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में पत्र याचिका दायर कर पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। सांसद रीता जोशी ने कहा, अगर यह आत्महत्या है तो क्यों है। यह आत्महत्या नहीं तो और क्या है? इसकी जांच होनी चाहिए। ये है संतों की सरकार, किसी भी संत के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य श्री मठ बाघंबरी गद्दी पहुंचे और उन्होंने मीडिया से कहा कि सरकार सीबीआई जांच के लिए तैयार है।

दोपहर का खाना खाकर कमरे में गए थे: अब तक की जानकारी के मुताबिक, सोमवार दोपहर के भोजन के बाद 72 वर्षीय नरेंद्र गिरि महाराज अपने कमरे में चले गए थे, लेकिन जब शिष्यों ने दरवाजा खटखटाया या शाम को बार-बार उन्हें फोन किया तो कोई जवाब नहीं आया। जब शिष्यों ने दरवाजा तोड़ा और कमरे में प्रवेश किया, तो उन्होंने रस्सी से छत से लटका पाया। यूपी पुलिस इसे प्रथम दृष्टया आत्महत्या का मामला मान रही है।

सुसाइड लेटर में लिखी ये बातें: आईजी केपी सिंह के अनुसार, सुसाइड लेटर में लिखा है, ‘मैं मर्यादा के साथ जिया, अपमान के साथ नहीं जी पाऊंगा, इसलिए खुद की जान ले रहा हूं।’ 7-8 पेज के लंबे लेटर में यह भी लिखा है कि मैं कई कारणों से परेशान था और इस तरह उसने अपना जीवन समाप्त करने का फैसला किया।

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