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अब तक ली 15 लोगों की जान, पकड़ने के लिए 27 सदस्यों की तीन टीमें हर दिन 40 किलोमीटर पैदल चलने को मजबूर

महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में 15 लोगों की जान लेने वाले आदमखोर बाघ की तलाश लगातार जारी है। वन विभाग और जिला प्रशासन ने उसे पकड़ने के लिए एक स्पेशल टीम बनाई है। यह टीम तकरीबन 40 किलोमीटर हर दिन पैदल चलकर बाघ की तलाश कर रही है। बाघ के लगातार हो रहे हमलों से इलाके के लोगों में दहशत है।

विशेष दस्ते में स्पेशल टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स और रैपिड रेस्क्यू टीम शामिल है। इससे पहले वनविभाग ने नागझिरा टायगर रिसॉर्ट से 20 सदस्यीय आरआरटी (रैपिड रिस्पॉन्स टीम) को बुलाया था। एक अधिकारी ने बताया कि, महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में अब तक 15 लोगों की जान लेने वाले बाघ की तलाश की जा रही है। उन्होंने बताया,’हम बाघ की तलाश में जंगल में रोजाना करीब 40 किलोमीटर पैदल चलते हैं लेकिन अभी तक बाघ पकड़ से बाहर है, इस बाघ की पहचान अब तक नहीं हो पाई है।’

टीम के सदस्य बाघ के फुटप्रिंट को फॉलो करते हुए 40 किलोमीटर पैदल चलते हैं।

150 कैमरों से हो रही बाघ की तलाश
बता दें कि, विशेष टीम ने इस ऑपरेशन में करीब 150 कैमरा ट्रैप लगाए हैं। इसके अलावा ड्रोन से भी उसकी तलाशी की जा रही है। बाघ की तलाश के लिए विशेष टीम स्थानीय लोगों की मदद भी ले रही है। टीम लगातार बाघ को पकड़ने की कोशिश कर रही है। वहीं महाराष्ट्र के इस जिले में लगातार हो रही बारिश ने इस ऑपरेशन को और भी मुश्किल बना दिया है। बताया जा रहा है कि, गढ़चिरौली के जंगलों में 32 बाघ मौजूद हैं, जिससे आदमखोर टाइगर को पहचानना काफी मुश्किल है।

केंद्र से नहीं पहुंची अभी तक कोई भी टीम
15 लोगों को अपना शिकार बना चुके इस बाघ को पकड़ने के लिए गड़चिरोली चिमूर के सांसद मारुतीराव कोवासे ने कुछ दिन पहले दिल्ली में केंद्रीय पर्यावरण तथा वनमंत्री अश्विनकुमार चौबे से मुलाकात की थी। केंद्रीय मंत्री चौबे ने केंद्र की एनटीसीए की 2 टीमें गड़चिरोली भेजने का वादा भी किया था, लेकिन एक सप्ताह बाद भी अभी तक यह टीम यहां नहीं पहुंची हैं।

स्थानीय लोगों को सावधान करने के लिए वन विभाग ने इस तरह के बोर्ड इलाके में लगाये हैं।

गांवों की सड़कों पर पसरा सन्नाटा
गडचिरोली जिला जंगल, वन्यजीव व किसानों के जिले में रूप में पहचाना जाता है। यहां खेतिहर किसानों और आदिवासियों की बहुलता है। हालांकि, पिछले कुछ माह से नरभक्षी बाघ के दहशत की वजह से किसान खेतों में नहीं जा रहे हैं। जिला प्रशासन ने भी अगले 15 दिनों तक किसानों और आम लोगों को जंगल और खेतों में नहीं जाने को कहा है। यहां की सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है और इक्का-दुक्का गाड़ियां ही नजर आती हैं।

लगातार बारिश से टीम को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

बाघ को पकड़ना बड़ी चुनौती
नरभक्षी बाघ को पकड़ने के लिये गड़चिरोली तहसील के जंगल में 27 सदस्यीय दो टीमें दाखिल हो गयी है। लेकिन लगातार बारिश से यहां के सभी नदी और नाले ओवरफ्लो हो चुके हैं। जिस वजह से टीम का पैदल चलना मुश्किल हो रहा है। यह इलाका पूरी तरह जंगल से घिरा होने के कारण बाघ के साथ अन्य जंगली हिंसक पशुओं के हमले का खतरा लगातार मंडरा रहा ।

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