कैबिनेट और मंत्रिपरिषद की बैठक में सभी मंत्रियों को सीएम निवास बुलाया, दो बड़े अभियानों में गांव-शहरों में पट्टे देने की प्रक्रिया को मंजूरी दी जाएगी

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार 4 बजे कैबिनेट की बैठक बुलाई है। कैबिनेट की बैठक के बाद मंत्रिपरिषद की बैठक होगी। इस बार बैठक में वर्चुअल जुड़ने की जगह सभी मंत्रियों को सीएम हाउस पहुंचने को कहा गया है। अब तक कोरोना के कारण मंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कैबिनेट की बैठकों से जुड़ते रहे हैं।
गहलोत कैबिनेट की बैठक में मुख्य एजेंडा प्रशासन गांवों के संग अभियान और प्रशासन शहरों के संग अभियान में पट्टे देने की प्रक्रिया को मंजूरी देने का है। सरकार ने विधानसभा में बिल पास करके पट्टे देने के प्रावधान बदले हैं, लेकिन उनकी प्रक्रिया कैबिनेट तय करेगी। गहलोत सरकार 2 अक्टूबर से बड़े पैमाने पर प्रशासन शहरों के संग अभियान और प्रशासन गांवों के संग अभियान शुरू करने जा रही है। इस अभियान में लाखों लोगों को पट्टे देने का लक्ष्य रखा गया है।
लंबे समय बाद सभी मंत्रियों को सीएम निवास बुलाया हैं। अब तक कोरोना के कारण कैबिनेट की वर्चुअल बैठकें ही होती रही हैं। गहलोत कैबिनेट की बैठक ऐसे वक्त होने जा रही है जब पंजाब कांग्रेस में उथल-पुथल मची है। कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाने के बाद राजस्थान में भी अब जल्द मंत्रिमंडल विस्तार और संगठन स्तर पर बदलावों की चर्चा है। बुधवार की कैबिनेट को लेकर सियासी हलकों में कई तरह की चर्चा हैं।
ये मुद्दे प्रमुख हैं
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाली मंत्रिपरिषद की बैठक में 3 अहम मुद्दों पर चर्चा होगी। पहली प्रशासन गांवों के संग और प्रशासन शहरों के संग अभियान के इम्प्लीमेंटेशन , दूसरी चारागाह ज़मीन पर बसी आबादी को उस जमीन के नियमन में आ रही कठिनाइयों और तीसरी सरकारी नौकरियों में भर्तियों के संबंध में चर्चा होगी।