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रीको ने दिल्ली में शिविर लगाया:50 से अधिक उद्यमियों ने भिवाड़ी में फैक्ट्री खोलने के लिए हामी भरी

भिवाड़ी में उद्योग लगाने के लिए मंगलवार को रीको की ओर से दिल्ली में कैंप लगाया गया। जिसमें एनसीआर के 50 से अधिक उद्यमियों ने भिवाड़ी में कंपनी लगाने की इच्छा जताई। राज्य सरकार के निर्देश पर भिवाड़ी की रीको यूनिट एक, दो और घीलोठ की ओर से दिल्ली में उद्योगपतियों को आमंत्रित करने के लिए कैंप लगाया गया। सर्वाधिक कंपनियां ऑटोमोबाइल सेक्टर की रही।

इसका सबसे बड़ा कारण भिवाड़ी का ऑटोमोबाइल सेक्टर में बढ़ता दबदबा है। इसके अतिरिक्त बेहतर बिजली सप्लाई और एनसीआर के अन्य जिलों की अपेक्षा अच्छी कानून व्यवस्था भी इन्हें भिवाड़ी में आने को उत्साहित कर रही है। मंगलवार को 50 से अधिक उद्यमियों ने रीको से भिवाड़ी में आने की हामी भरी है।

दिल्ली में लगाए गए कैंप में बहुत अच्छा रेस्पोंस मिला है। 50 से अधिक उद्यमी हमसे मिले हैं। हमें उम्मीद है कि भिवाड़ी में जल्द ही बड़ी कंपनियां आएंगी।– केके कोठारी, एसआरएम, रीको यूनिट एक

सलारपुर और बंदापुर में लग सकती है बड़ी कंपनियां
भिवाड़ी में सबसे बड़ा प्लांट होंडा का है। 622 एकड़ में फैले होंडा टू व्हीलर और कार के बाद अभी तक इतनी बड़ी कोई कंपनी भिवाड़ी में नहीं लगी। इन दोनों की कंपनियों से भिवाड़ी की करीब 500 छोटी कंपनियों में काम चल रहा है। भिवाड़ी में रीको को 1056.18 एकड़ में सलारपुर औद्योगिक क्षेत्र विकसित करना है। ऐसे में रीको का बड़ा प्रयास ऐसे ही किसी बड़े ग्रुप को भिवाड़ी में लाने का है। हालांकि अभी 25 एकड़ का बंदापुर भी खाली है। इन दोनों को ही रीको को विकसित करना है।

15 माह में 170 कंपनियों ने किया भिवाड़ी में आवेदन

कोरोना काल में जब देश-दुनिया कोरोना के प्रकोप से जूझ रही थी। उस समय भी भिवाड़ी में महज 15 माह में 170 कंपनियों ने प्लॉट खरीदे। जिससे रीको को भी करीब 200 करोड़ रुपए मिले। इन कंपनियों से करीब 2000 लोगों को रोजगार मिलेगा।

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