मध्य प्रदेश के मंडला में हाथी महोत्सव, 7 दिन तक गजराज उड़ाएंगे दावत

मंडला। कान्हा के हाथियों के लिए आज से महोत्सव शुरू हो रहा है। जहां हाथी 7 दिन तक बिना किसी काम के केवल आराम फरमाएंगे, मौज मस्ती करेंगे। उन्हें किसी तरह का काम नहीं होगा। महोत्सव खत्म होने के बाद हाथी फिर वर्ष भर के लिए कान्हा की सुरक्षा में लग जाएंगे। कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में इस समय मानूसन काल चल रहा है। जिस कारण अभी कान्हा के कोर जोन में पर्यटन बंद है। बफर जोन में पर्यटन चल रहा है। अक्टूबर माह से कान्हा फिर पर्यटकों के लिए खुल जाएगा। वर्ष के 9 माह पर्यटन कान्हा पार्क में चालू रहता है। जिसमें कान्हा के पालतू हाथियों की भूमिका सबसे अहम होती है। पार्क की गश्ती से लेकर सुरक्षा और बाघ की खोज में हाथियों का विशेष योगदान रहता है। लगातार कार्य करते रहने के बाद इन हाथियों को जहां आराम नहीं मिल पाता। तो वहीं इनकी देखभाल की जरूरत भी होती है। जिसके लिए हर साल की तरह इस बार भी उनके लिए विशेष शिविर का आयोजन किया जा रहा है। जिसे रिजुविनेशन कैंप कहा जाता है। इस कैंप में रहकर हाथियों की खुशामद की जाएगी। उन्हें विशेष खान,पान के साथ खूब सेवा की जाएगी। इस तरह हाथियों का शिविर समाप्त होने के बाद उन्हें फिर से वापस अपने काम पर लौटना होगा।
कान्हा पार्क को कान्हा जोन में शिविर लगाने की सारी तैयारियां पार्क प्रबंधन के द्वारा पहले ही पूरी कर ली गई हैं। पार्क में 23 से 29 सितंबर तक हाथियों का शिविर होगा। जिसमें 18 हाथी इस शिविर में एकत्र होंगे।
मिलेगा मनपसंद भोजन, होगी मालिश
शिविर के दौरान हाथियों को मनपसंद भोजन दिया जाएगा। जिसमें गन्नाा,नारियल, केला, शेव, मक्का उपलब्ध कराया जाएगा। उनकी मालिश की जाएगी।
हाथियों की होगी जांच
रोगों से बचाव के लिए टीकाकरण किया जाएगा। शारीरिक मलमूत्र, रक्त की जांच के लिए फोरेंसिंक लैब भेजा जाएगा। विशेषज्ञ डाक्टर उनकी जांच करेंगे। इस दौरान विशेषज्ञ डाक्टर उनकी देखभाल करेंगे। रूटीन में हाथियों के पैरों का उपचार होगा।
महावत, चारा कटर का भी होगा स्वास्थ्य परीक्षण
वर्ष भर हाथियों के साथ हर दम रहने वाले महावत, चारा कटर का भी स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। इस शिविर के दौरान महावत, चारा कटर की खेलकूद प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी।
अधिकारियों के साथ होगी बैठक
शिविर के दौरान वन्यप्राणी प्रबंधन समस्त स्टाफ के साथ बैठकर विभिन्न मुददों पर वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा करेंगे। जिस आधार पर कान्हा में होने वाली गतिविधियों के विषय में निर्णय लिए जाएंगे।