पीसीपीआईआर में निवेश का आंकलन:बाड़मेर-जोधपुर जिले में होगा 11 करोड़ से अधिक का निवेश, 1.50 लाख नौकरियां मिलेंगी

बाड़मेर पचपदरा रिफाइनरी के चारों ओर हजारों करोड़ रुपए के निवेश का आधार बनने वाले पेट्रोलियम, केमिकल एंड पेट्रोकेमिकल इन्वेस्टमेंट रीजन (पीसीपीआईआर) के विकास की योजना को भी मंजूरी मिल गई है। राज्य सरकार ने अपने खाके में रिफाइनरी शुरू होने के पहले चरण में पीसीपीआईआर में करीब 11 हजार करोड़ रुपए के निवेश का आंकलन किया है। रिफाइनरी के सह उत्पादों पर आधारित इस औद्योगिक क्षेत्र में लगने वाली इकाइयों से करीब 1.50 लाख रोजगार के अवसर की संभावना है।
पीसीपीआईआर को लेकर 6 सितंबर को केंद्र के साथ हुई महत्वपूर्ण बैठक में सरकार की ओर से पूरे निवेश क्षेत्र को लेकर अपना विजन प्लान रखा गया। इस पर केंद्र से सहमति मिल गई है। रिफाइनरी शुरू हाेने के साथ ही 383 वर्ग किमी क्षेत्र में पीसीपीआईआर में करीब 11 हजार कराेड़ से अधिक का निवेश होगा।
इससे पहले देश में सिर्फ चार जगहों पर पीसीपीआईआर को मंजूरी मिल चुकी है। दिल्ली में हुई बैठक में इस योजना को केंद्र के रसायन एवं पेट्रो रसायन विभाग की मंजूरी मिल गई है। अब सिर्फ गजट नोटिफिकेशन व अभी तक आधिकारिक अधिसूचना जारी होना शेष है।
राज्य सरकार की ओर से इस पीसीपीआईआर प्रोजेक्ट में 15 हजार करोड़ रुपए से अधिक के निवेश की उम्मीद है। यह निवेश और रोजगार रिफाइनरी के अतिरिक्त होंगे। इसमें प्रदेश के युवाओं को विभिन्न सेक्टर में बड़ी संख्या में नौकरियां व रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
बाड़मेर-जोधपुर में 2300 हैक्टेयर भूमि चिह्नित
पेट्रोकेम उद्योगों की स्थापना के लिए रीकाे ने पीसीपीआईआर के पहले चरण के लिए बड़े पैमाने पर भूमि का चिह्निकरण किया है। रिफाइनरी से करीब 17 किमी की दूर बोरावास गांव में 243 हैक्टेयर भूमि पर पीसीपीआईआर के पहले चरण में 93 औद्योगिक भूखंड काटे गए हैं।
लोकार्पण के बाद अब शीघ्र ही नीलामी प्रक्रिया शुरू की जाएगी, साथ ही बाड़मेर व जोधपुर में 16 स्थानों पर करीब 2300 हैक्टेयर भूमि चिह्नित की गई है। रीको की ओर से बाहरी उद्यमियों को यहां पर इन्वेस्टमेंट को लेकर आमंत्रित किया जा रहा है। इसमें निवेशकों को रियायती दर पर भूमि, उचित माहौल और जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी।
बायो-प्रोडेक्ट सहित केमिकल कंपनियां आएंगी
रिफाइनरी लगने के बाद पीसीपीआईआर में होने वाले हजारों करोड़ रुपए के निवेश को लेकर जोधपुर व बाड़मेर जिला क्षेत्र में बड़ी संख्या में बायो-प्रोडक्ट के कारखाने लगेंगे। इसके साथ ही कई केमिकल कंपनियां भी यहां निवेश करेंगी। इसमें रिलायंस, हिंडालको, पेट्रोनेट एलएनजी, पीडीलाइट, रेलिस, वेलस्पन, जीएसीएल, एमआरएफ, नेल्को सहित देश-विदेश की कंपनियों के निवेश करने की संभावना है।
इस पूरे प्रोजेक्ट के लिए कुल 2380 करोड़ की सहभागिता की आवश्यकता जताई है। इसमें 1640 करोड़ रुपए निवेश क्षेत्र में कनेक्टिविटी के लिए नेशनल और स्टेट हाइवे के ढांचागत सुधार पर खर्च होंगे, वहीं 480 करोड़ रुपए तिलवाड़ा-समदड़ी रेल लिंक के दोहरीकरण के लिए तथा शेष राशि अन्य आधारभूत संरचना विकास पर खर्च होगी।