वेटरनरी विवि बना मल्टी फैकल्टी कैंपस:40 सीटाें में एडमिशन के साथ डेयरी साइंस काॅलेज में प्रवेश प्रक्रिया शुरू
बजट में घाेषित वेटरनरी यूनिवर्सिटी के अधीन डेयरी साइंस एंड टेक्नोलॉजी मूल स्वरूप में आ गया। 40 सीटाें पर यहां प्रवेश प्रक्रिया शुरू हाे गई। जेट परीक्षा के मार्फत यहां प्रवेश दिए जा रहे हैं। ये पहला बैच हाेगा। बीकानेर में बीटेक इन डेयरी टेक्नोलॉजी की डिग्री दी जाएगी। इसके साथ ही बस्सी में काॅलेज शुरू हाे गया। जयपुर में डेयरी एवं फूड टेक्नाेलाॅजी काॅलेज भी शुरू हाे गया। बस्सी और जयपुर में 40-40 सीटाें पर प्रवेश हाेने शुरू हाे गए हैं।डेयरी साइंस काॅलेज शुरू हाेते ही वेटरनरी यूनिवर्सिटी मल्टी फैकल्टी कैंपस बन गया क्याेंकि अब तक यहां सिर्फ वेटरनरी काॅलेज ही था। अगले साल तक जाेधपुर में भी वेटेरनरी काॅलेज शुरू हाे जाएगा।
अब यूनिवर्सिटी के अधीन कुल पांच काॅलेज हाे गए हैं। विवि के कुलपति प्रो. सतीश कुमार गर्ग ने कहा कि डेयरी विज्ञान एवं डेयरी व खाद्य प्रौद्योगिकी क्षेत्र में शिक्षण-प्रशिक्षणों को नए आयाम, डेयरी विकास के लिए नई तकनीकी, डेयरी उत्पाद मूल्य संवर्द्धन, खाद्य प्रसंस्करण को बढ़ावा मिलेगा। राज्य के पशुपालकों के आर्थिक उत्थान में यह सहायक सिद्ध हाेगा। प्रो. हेमंत दाधीच को बीकानेर डेयरी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी कॉलेज, प्रो. धर्म सिंह मीना को डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी कॉलेज बस्सी व जयपुर का नोडल अधिकारी लगाया है।