खंडवा लोकसभा उप चुनाव:कांग्रेस के दावेदार अरुण यादव दिल्ली पहुंचे; कमलनाथ व वासनिक से कर सकते हैं मुलाकात, 2 अक्टूबर को भोपाल में चुनाव प्रभारियों की बैठक
मध्य प्रदेश में एक लोकसभा और 3 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए एक से 8 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल होना है। खंडवा लोकसभा सीट पर सबकी नजरें हैं। यहां से कांग्रेस से टिकट के प्रबल दावेदार अरुण यादव हैं, लेकिन बुरहानपुर से निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा अपने परिवार और राजनारायण सिंह भी टिकट की दौड़ में शामिल हैं। ऐसे में यादव दिल्ली पहुंच गए हैं। वे गुरुवार को प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात करेंगे।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि अरुण यादव दिल्ली प्रवास के दौरान प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक से भी मुलाकात कर सकते हैं। कमलनाथ ने मंगलवार को उपचुनाव के प्रभारियों से दूरभाष पर चर्चा की थी। खंडवा चुनाव के लिए कांग्रेस ने पूर्व मंत्री मुकेश नायक को प्रभारी व राजकुमार पटेल को सह प्रभारी बनाया है। दोनों नेता पार्टी प्रत्याशी, पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के बीच समन्वय का काम करेंगे।
खंडवा के अलावा 3 विधानसभा सीटों पृथ्वीपुर, जोबट व रैगांव के लिए प्रभारी व सह प्रभारी नियुक्त किए गए हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ 2 अक्टूबर को भोपाल में उपचुनाव के प्रभारी और पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। कांग्रेस की रणनीति है कि चारों सीटों के प्रत्याशियों की घोषणा भाजपा से पहले कर दी जाए।
बताया जाता है कि कमलनाथ भोपाल आने से पहले प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ संभावित प्रत्याशियों को लेकर विचार विमर्श कर सकते हैं, क्योंकि वे अपने स्तर पर प्रत्याशी चयन के लिए सर्वे करा चुके हैं। यही वजह है कि अरुण यादव इस बैठक से पहले कमलनाथ व वासनिक से मुलाकात करना चाहते हैं।
बता दें कि 1962 से अब तक हुए 15 चुनाव में इस सीट पर 8 बार भाजपा तथा बीएलडी और 7 बार कांग्रेस का कब्जा रहा है। नंदकुमार सिंह चौहान और अरुण यादव के बीच तीन बार मुकाबला हुआ। इनमें दो बार अरुण यादव को हार का सामना करना पड़ा है। दिवंगत सांसद चौहान ने 6 बार खंडवा लोकसभा का प्रतिनिधित्व किया। उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमित होने के बाद इलाज के दौरान सांसद चौहान निधन हो जाने से इस सीट पर उप चुनाव हो रहा है।