कुछ जगहों पर हल्की बारिश के बाद 5 अक्टूबर से थम जाएगा बरसात का दौर, 10 अक्टूबर तक विदाई हो सकती है मानसून की
जयपुर राजस्थान में दक्षिण-पश्चिमी मानसून अगले सप्ताह के अंत तक विदाई ले सकता है। कुछ स्थानों पर छुटपुट बारिश के बीच राज्य में अधिकांश जगह मौसम साफ रहेगा। 5 अक्टूबर से बारिश की गतिविधियां थमने लगेगी। कहा जा रहा है कि अगले 4 दिन बाद राज्य में पश्चिमी क्षेत्र से हवाएं वापस राज्य में आने लगेगी, जिसके बाद तापमान में मामूली बढ़ोतरी होगी।
जयपुर मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि वर्तमान परिस्थितियों के अनुसार अगले 2-3 दिन बाद उत्तर-पश्चिमी भारत के निचले और मध्य क्षोभमंडल स्तरों में वेस्टर्न विंड का असर बढ़ जाएगा। वहीं 5 अक्टूबर से वायुमंडल के निचले स्तरों में एंटी-साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम बनने लगेगी। इसके प्रभाव में राज्य में नमी व बारिश की गतिविधियों में कमी होने लगेगी। इन्ही परिस्थितियों के चलते राज्य के कुछ भागों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की शुरुआत 6 अक्टूबर से होने के लिए परिस्थितियां बनने लगेगी। संभावना है कि 10 या 12 अक्टूबर तक दक्षिण-पश्चिमी मानसून प्रदेश से पूरी तरह विदा हो जाएगा।
अब तक 17 फीसदी ज्यादा हुई बारिश
राजस्थान में इस मानसून में अब तक सामान्य से 17 फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी है। मौसम विभाग के मुताबिक पूरे राजस्थान में मानसून सीजन में औसतन 415MM बारिश होती है, लेकिन इस बार 485.3MM बारिश हुई है। यह साल 2020 की तुलना में 9 फीसदी ज्यादा है। साल 2020 में 449.8MM औसत बरसात हुई थी।
पूर्वी राजस्थान में ही अच्छी बारिश
राजस्थान के बीते 24 घंटे की स्थिति देखे तो पूर्वी राजस्थान के कोटा, सवाई माधोपुर, टोंक, दौसा, बारां के अलावा पश्चिमी क्षेत्र के नागौर जिले में अच्छी बरसात हुई। सबसे ज्यादा कोटा जिले के खातोली में 78MM (3 इंच) बरसात हुई। इसके अलावा कोटा में मंडाना में 50, जवाहर सागर में 41, पीपलदा 29, नागौर के मकराना में 75, परबतसर में 22, सवाई माधोपुर के चौथ का बरवाड़ा में 74, देवपुरा में 40, टोंक के अलीगढ़ में 52, निवाई में 36, जयपुर के किशनगढ़-रेनवाल में 38, फुलेरा 32, पावटा 27, सांभर 27, दौसा के रामगढ़ पचवाड़ा 38, लालसोट 25, बांदीकुई 24, चूरू के बीदासर 28, चित्तौड़गढ़ के डूंगला में 29 और बारां जिले में 24MM बारिश दर्ज हुई है।