खंडवा लोकसभा सीट पर घमासान:अरुण यादव की कमलनाथ से मुलाकात; कहा- पार्टी समर्पित कार्यकर्ता को प्रत्याशी बनाएगी तो मदद करूंगा, शेरा ने कहा था- मुझे मिलेगा टिकट
खंडवा लोकसभा सीट पर कांग्रेस का उम्मीदवार कौन होगा? इसे लेकर घमासान तेज हो गया है। इस सीट से टिकट के प्रबल दावेदार अरुण यादव ने गुरुवार को दिल्ली में प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा- मैंने कमलनाथ से आग्रह किया है कि पार्टी किसी समर्पित कार्यकर्ता को प्रत्याशी बनाना चाहे, तो मैं उसकी पूरी मदद करूंगा।
यादव ने यह भी कहा कि मैं शीघ्र ही राहुल गांधी से मुलाकात कर उनके समक्ष पूरे राजनीतिक परिस्थितियों को रखूंगा। उन्होंने बताया कि कमलनाथ से मुलाकात के दौरान उन्हें खंडवा लोकसभा उपचुनाव से संबंधित संगठनात्मक व राजनीतिक हालातों को लेकर अपना पक्ष रखा है। अरुण यादव का बयान आने के बाद माना जा रहा है कि खंडवा सीट के लिए प्रत्याशी चयन कांग्रेस की फांस बन गया है।
इससे पहले गुरुवार दोपहर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का सोशल मीडिया पर अरुण यादव को शुभकामनाएं दे दी थीं। माना जा रहा था कि अरुण यादव का नाम लगभग फाइनल हो चुका है। शाम होते-होते बुरहानपुर से निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा का बयान सामने आ गया था। शेरा ने कहा कि अरुण यादव को नहीं, मुझे टिकट मिलेगा।
विधायक शेरा ने कहा है कि खंडवा सीट से कांग्रेस का टिकट उनकी पत्नी जयश्री को ही मिलेगा। अरुण यादव का नाम कहां से तय हो गया? क्या उन्हें बी फॉर्म मिल गया? शेरा ने कहा कि इस क्षेत्र में आम आदमी की सुनेंगे, तो सिर्फ जयश्री का ही नाम आएगा। उनका कहना है कि खंडवा लोक सभा सीट से उप चुनाव लड़ने के लिए उन्होंने पूरी तैयारी कर ली है।
दरअसल, शेरा खंडवा लोकसभा सीट से अपनी पत्नी जयश्री को चुनाव मैदान में उतारना चाहते हैं। उनका दावा है कि कमलनाथ ने उन्हें टिकट देने का आश्वासन दे दिया है। इस बीच दिग्विजय सिंह की अरुण यादव को शुभकामनाएं देने से सियासी माहौल गरमा गया था। यादव शुक्रवार को खंडवा और पंधाना में ब्लॉक, मंडलम कमेटियों और प्रभारियों के प्रशिक्षण कार्यकम में हिस्सा लेंगे।
बता दें कि 1962 से अब तक हुए 15 चुनाव में इस सीट पर 8 बार भाजपा, बीएलडी और 7 बार कांग्रेस का कब्जा रहा है। नंदकुमार सिंह चौहान और अरुण यादव के बीच तीन बार मुकाबला हुआ। इनमें दो बार अरुण यादव को हार का सामना करना पड़ा है। दिवंगत सांसद चौहान 6 बार खंडवा लोकसभा का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमित होने के बाद इलाज के दौरान सांसद चौहान निधन हो जाने से इस सीट पर उप चुनाव हो रहा है।